– दिल्ली विधानसभा चुनाव तैयारियों की समीक्षा की
राज प्रताप सिंह
लखनऊ ब्यूरो।बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी राजस्थान के कोटा में हाल ही में मरे मासूम बच्चों की माओं से मिलती तो बेहतर होता। अगर वह वहां मिलने नहीं जाती हैं तो यूपी में किसी भी मामले में यहां पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल उनका राजनीतिक स्वार्थ व नाटकबाजी माना जाएगा। उत्तर प्रदेश की जनता को इनसे सर्तक रहना है।
बसपा सुप्रीमो ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में दिल्ली विधानसभा के लिए शीघ्र ही होने वाले चुनाव के मद्देनजर लोकसभावार तैयारियों की समीक्षा की। पार्टी प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप देने पर चर्चा के साथ चुनाव संबंधी जमीनी तैयारियों के बारे में कमियों को शीघ्र दूर करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत को दुखद बताया है। वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उनकी सरकार इस घटना के प्रति काफी उदासीन है। राष्ट्रीय महासचिव का चुप्पी साधे रखना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। बसपा राजस्थान प्रदेश यूनिट मृतक परिवार के लोगों से मिलकर उनकी मदद के लिए साथ खड़े रहने को कहा हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को केवल राजनीति नहीं, बल्कि अपनी पार्टी शासित राज्यों की जनता की भी सुधि लेनी चाहिए। भाजपा के साथ कांग्रेस शासित राज्यों के किसी न किसी भाग में खासकर दलितों व गरीबों के साथ अन्याय बढ़ा है। बसपा सीएए, एनआरसी के खिलाफ है। संसद के भीतर व बाहर इसका डटकर विरोध किया है। कांग्रेस इस मामले में राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए नाटकबाजी कर रही है। कांग्रेस ने अगर दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों के साथ धार्मिक अल्पसंख्यकों का सही संवैधानिक तौर पर देखभाल किया होता, तो फिर इनको सत्ता से बाहर नहीं होना पड़ता।