पटना / नौबतपुर (बिक्कू कुमार) : कोरोना महामारी के कारण बिहार से बाहर फंसे छात्रो और मजदूरों की गुहार आखिरकार रंग लाई। केंद्र सरकार ने हरी झंडी दिखाते हुए मजदूरों और छात्रों अपने पैतृक निवास तक पहुंचने हेतु कुछ गाइडलाइन जारी की। तो इधर बिहार सरकार ने भी बाहर से आने वाले लोगों बिहार लाने की कवायद में जुट गई है।
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आदेश के बाद अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति कर दी गई। बाहर से आने वाले बिहारी 500 मजदूर पटना के नौबतपुर प्रखंड में आने वाले है। इस संबंध में नौबतपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज आनंद ने बताया कि प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं
उन्हें क्वॉरेंटाइन करने की व्यवस्था नौबतपुर के कैंब्रिज पब्लिक स्कूल, नौबतपुर प्रखंड और चिरौरा मध्य विद्यालय में किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है तकरीबन 500 मजदूर नौबतपुर प्रखंड में आने वाले।
साथ ही उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि जो भी व्यक्ति दूसरे राज्य से आए हैं उनकी जानकारी अपने क्षेत्रीय प्रशासन को दे। ताकि केंद्र सरकार के द्वारा दी गई गाइडलाइन के तहत उन्हें 21 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन पर रखा जाए। जिसके बाद ही उन्हें अपने घर लौटने की इजाजत दी जाएगी। लेकिन आए दिन जो खबरें आ रही है कि जो सरकार के द्वारा आइसोलेशन की व्यवस्था की गई है। न खाना तो खाने की उचित व्यवस्था है यहां तक की मूलभूत जरूरत जैसे कि पीने योग्य पानी और बिजली की व्यवस्था नदारद है। ऐसे में बिहार सरकार इस बार किस तरीके से लोगों को रियायत देती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।