डेस्क : दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में बेसिक लाइफ सपोर्ट कोर्स का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम वर्ष के 100 से अधिक छात्रों ने अभ्यास के द्वारा जीवन बचाने के गुर सीखे।
कार्यक्रम में एम्स पटना के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा. लोकेश तिवारी और उनकी टीम के द्वारा संपन्न कराया गया। इसमें एम्स से आए 6 प्रशिक्षकों ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों को और छात्रों को जीवन संजीवनी की शिक्षा दी।
- पल्स पोलियो अभियान 21 तक, एक भी बच्चा छूटे नहीं – सिविल सर्जन दरभंगा
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
बीएलएसए या जीवन संजीवनी एक ऐसी पद्धति है जिसमें कोई भी आदमी की कहीं सड़क पर घर में अस्पताल में अचानक से सांसे हृदय या गति रुक जाए तो उसे इस प्रक्रिया द्वारा पुन: जीवित किया जा सकता है।
सभी छात्रों ने इसकी प्रैक्टिस की। कार्यक्रम का संयोजन डा. ओमप्रकाश ने किया। प्राचार्य डॉ. एच एन झा, डॉ. एसडी सिंह, डॉ. शीला कुमारी, डॉ पीके लाल, डॉ. के एन मिश्रा, डॉ. रिजवान हैदर इत्यादि कई शिक्षकों ने कार्यक्रम में भाग लिया।