राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार लोकतंत्र की समस्त मान्यताओं की विरोधी साबित हो रही है। संविधान नागरिकों को विरोध और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है। उसका तिरस्कार करने में भी भाजपा को कतई संकोच नहीं है। पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में जन आक्रोश उमड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है।
लखनऊ में 17 जनवरी 2020 से घंटा घर पर महिलाएं भाजपा की अलोतांत्रिक रीति-नीति के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही हैं। महिला दिवस पर नारी के मान सम्मान की रक्षा के लिए संकल्प लिया जाता है लेकिन भाजपा को नारी सम्मान से क्या वास्ता…। सीएए, एनआरसी और एनपीआर लोकतांत्रिक अधिकारों पर वज्रपात के समान है। आंदोलनकारियों का उत्पीड़न, अत्याचार और अपमानित करना भाजपा अपना अधिकार समझती है। जनता के विरोध को उसने अपनी सत्ता का विरोध समझ लिया है। भाजपा बदले की भावना, द्वेष और नफरत में अंधी हो चुकी है। भाजपा के अहंकार और हठधर्मिता को सबक सिखाने को जनता तत्पर है।