राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।डीजीपी ओपी सिंह ने कच्छा बनियान गिरोह के अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि घुमक्कड़ अपराधियों की गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश के लिए चेकिंग और रात्रि गश्त बढ़ाई जाए।
आबादी से दूर बने घरों को करें चिह्नित
सभी एडीजी जोन के अलावा एडीजी रेलवेज, एडीजी यूपी-112 तथा रेंज के आईजी-डीआईजी को भेजे सर्कुलर में डीजीपी ने कहा है कि थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में दूर-दूर बनी बस्तियों व एकांत में बने मकानों को ग्राम व मोहल्लावार चिह्नित कर लें। उस क्षेत्र के बीट सिपाही को इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि उसके बीट क्षेत्र में कौन सा मकान आबादी से दूर स्थित है और किस मकान में वृद्ध व्यक्ति अथवा महिलाएं व बच्चे रहते हैं। घुमंतु अपराधी या कच्चा बनियान गिरोह के सदस्य ऐसे घरों को ही निशाना बनाते हैं। डीजीपी ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कि ऐसे घरों के आसपास पुलिस की सक्रियता रात्रि के समय में अधिक हो। ऐसे घरों में रहने वाले परिवारों के पास बीट के सिपाही या सब इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर भी होना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर पीड़ित पक्ष उनसे तत्काल संपर्क कर सके।
संवेदनशील मार्गों पर बढ़ाएं पेट्रोलिंग
डीजीपी ने कहा है कि थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में रात्रि में पर्याप्त संख्या में गश्त निकालें और गश्त पर उनकी उपलब्धता व सक्रियता की जांच औचक रूप से एसएसपी स्वयं करें। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील राजमार्गों पर गश्त के लिए पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग वाहन लगाए जाएं और संवेदनशील स्थलों पर सुदृढ़ पुलिस पिकेट लगाई जाए। थानों व पुलिस चैकियों पर लगे वायरलेस एवं अन्य संचार उपकरणों के चालू हालत में होने के संबंध में नियमित रूप से चेकिंग की जाए।
कच्छा बनियान गिरोह के अपराधी शहरों के बाहरी इलाकों, रेलवे लाइन के किनारे, बस अड्डों, टैक्सी स्टैंडों एवं सड़कों के आसपास खाली स्थानों पर अस्थायी डेरे लगाकर रहते हैं। इस कारण ऐसे सभी स्थानों एवं हाइवे के किनारे बने ढाबों पर नियमित चेकिंग कराई जाए। इस दौरान यह भी ध्यान में रखा जाए कि किसी निर्दोष व्यक्ति को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। डीजीपी ने यूपी-112 की गाड़ियों में लगे स्टाफ को इस संबंध में विशेष रूप से ब्रीफ करने तथा आवश्यकतानुसार इस दृष्टिकोण से उनका क्षेत्र पुर्ननिर्धारित करने का निर्देश दिया है।