दरभंगा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि लॉक डाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों/शहरों में फंसे बिहार के लोगों को केन्द्र सरकार द्वारा ट्रेनों से भेजने की व्यवस्था की जा रही है। कल से लोगों का यहां आना शुरू हो जायेगा। रेलवे स्टेशन से उन्हें बस के द्वारा उनके गृह प्रखण्ड में संस्थापित क्वारंटाइन केन्द्र में पहुंचाया जाये।
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क्वारंटाइन केन्द्रों में उन्हें सभी जरूरी बूनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये। कहा कि सभी क्वारेंटीने केन्द्रों को मॉडल केन्द्र के रूप में विकसित की जानी चाहिए ताकि वहां ठहराए गए लोंगो के दिल में प्रशासन के प्रति सम्मान का भाव पैदा हो.
प्रधान सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा जानकारी दी गई कि जयपुर, विशाखापत्तनम से बिहार के लिए ट्रेनें खुलने की सूचना प्राप्त हुई है। जिसमें बिहार के अधिकांश अप्रवासी मजदूर/विद्यार्थियों के होने की संभावना है।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने कहा है कि प्रखण्ड क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित सभी लोगों को न्यूनतम 21 दिनों तक रहनी होगी। क्वारंटाइन केन्द्रों में उन्हें सम्मान के साथ रखी जाये। उन्हें तीन टाइम नाश्ता/खाना उपलब्ध कराई जाये।
हिदायत दिया गया है कि किसी भी सूरत में किसी एन.जी.ओ./समाजसेवी संस्थानाओं का इसमें कोई दखल नहीं होनी चाहिए। सभी व्यवस्था सरकारी स्तर से पदाधिकारी/कर्मी के द्वारा किया जायेगा। क्वारंटाइन केन्द्रों में खाना बनाने का कार्य में एम.डी.एम. रसोईया को लगाई जायेगी।
उन्होंने कहा कि सभी अप्रवासी हमारे अपने है। इस संकट की घड़ी में उन्हें सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जायेगी। उन्होंने ये बातें आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में कही हैं।
उन्होंने कहा है कि सभी पात्र राशन कार्डधारियों को पूरी मात्रा में खाद्यान्न एवं एक-एक हजार रूपये का भुगतान की जाये। कहा कि कुछ पी.डी.एस. डीलरों के द्वारा लाभार्थियों को निर्धारित मात्रा से कम अनाज की आपूर्त्ति किये जाने की शिकायतें मिल रही है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। चोरी करने वाले ऐसे डीलरों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाये।
उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में बेईमानी करने वाली किसी भी डीलरों को कतई बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि इस बार यहां आने वालों में महिलाएं और बच्चे के भी होने की संभावना है। इसलिए औरतों/बच्चों की आवश्यकता के हिसाब से भोजन/पानी/आवासन की व्यवस्था की जाये। कहा कि अप्रवासियों का शत्-प्रतिशत् स्क्रीनिंग कराई जाये। लक्षण पाये जाने पर तुरंत जांच कराई जाये। पुलिस प्रशासन को लॉक डाउन को सख्ती से पालन कराने, अफवाहों फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा बताया गया कि जिला के सभी 18 प्रखण्ड मुख्यालयों में 57 क्वारंटाइन सेन्टर चिन्ह्ति कर आपदा प्रबंधन विभाग के एस.ओ.पी. के तहत उसमें सभी सुविधाएं बहाल कर दी गई है। इन क्वारंटाइन केन्द्रों में 10,780 लोगों को ठहराया जा सकता है।
सभी क्वारंटाइन केन्द्रों में सी.सी.टी.वी. कैमरा, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पर्याप्त संख्या में शौचालय, स्नानगार आदि की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक कमरे में सोशल डिस्टेसिंग नियम का पालन करते हुए 03-04 लोगों को ठहराया जायेगा। सभी लोगों के लिए अलग-अलग गद्दे, चादर, मच्छरदानी एवं अंगवस्त्र, बर्त्तन, साबुन, शैपू आदि की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), जल-जीवन-हरियाली अभियान आदि के तहत विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है।
बताया गया कि इससे अबतक 49,000 मानव श्रम दिवस जेनरट हुआ है। बताया कि डाटा मिसमैच रहने के चलते सभी फैल्योर ट्रांजेक्शन डाटा का सत्यापन कार्य तेजी से किया जा रहा है।यह कार्य जल्द पूरा हो जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा क्वारंटाइन केन्द्रों के सुरक्षा हेतु अतिरिक्त गृह रक्षक जवान की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया गया। जिस पर अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
वहीं वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम द्वारा बताया गया कि सम्पूर्ण जिला क्षेत्र में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लॉक डाउन का पालन करने हेतु 46 चेकपोस्ट बनाया गया है, जहाँ पर सभी प्रकार के मूवमेन्ट की चेंकिग की जा रही है। कहा कि लॉक डाउन मामले में 113 केस दायर किया गया है। लगभग 7000 वाहनों को लॉकडाउन उल्लंघन मामले में चालान किया गया है।
बताया कि वाहन मालिकों से लगभग 7,00,000 रूपया जुर्माने की वसूली की गई है। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से जिला में प्रवेश करने वाले लोगों पर पूरी नजर रखी जा रही है। पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को क्वारंटाइन सेन्टर में भर्त्ती करा दिया जाता है।
इस वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में आयुक्त, दरभंगा प्रमण्डल श्री मयंक वरबड़े, पुलिस महानिरीक्षक, मिथिला प्रक्षेत्र श्री अजिताभ कुमार, जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम., वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम, नगर पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र कुमार, अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, सिविल सर्जन आदि उपस्थित थे।