राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मिर्जापुर के तत्कालीन जिला विकास अधिकारी बंशीधर सरोज और पीटीएस मेरठ में सस्पेंड पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश राम आर्या को बर्खास्त कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाते हुए यह कार्रवाई की है। अमेठी के डीडीओ बंशीधर सरोज पर मिर्जापुर में इसी पद पर रहते हुए दायित्वों की अनदेखी व नियुक्ति में अनियमितता बरतने के आरोप थे। बंशीधर सरोज के खिलाफ हुई जांच में पाया गया कि उर्दू अनुवादक सह कनिष्ठ सहायक की भर्ती में कार्मिक अनुभाग के निर्देशों की अनदेखी करते हुए घोर अनियमितता बरती गई। वहीं उत्तर प्रदेश उर्दू अनुवादक सह कनिष्ठ सेवा नियमावली-1994 के नियमों के खिलाफ जाते हुए पद पर नियुक्तियां दी और शासनादेश व नियमावलियों की मनमानी ढंग से व्याख्या कर अपने उच्चाधिकारियों व शासन को गुमराह किया।
दूसरी ओर पीटीएस मेरठ के निलंबित डीएसपी प्रकाश राम आर्या पर विशाल विलियम्स की हत्या सुपारी देकर कराने के आरोप थे। आर्या ने अपनी पत्नी नीरू व मृतक विशाल विलियम्स के मध्य अवैध संबंध के चलते अपने भतीजे रमेश राम आर्य के साथ मिलकर हत्या का षडयंत्र रचा और सुपारी दी। पुलिस की विवेचना में पाया गया कि यह आपराधिक षडयंत्र बिना सूचना के कार्यस्थल से अनुपस्थिति की अवधि में किया गया। लिहाजा सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत आर्या को बर्खास्त किया गया है।