सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट : कहते हैं जिन्हें आप नाजो से पालते पूछते हैं अगर आपके वही दुश्मन बन जाए तो आप अपना दर्द किससे कहेंगे जाकर, ऐसा ही एक वाकया बिहार के दरभंगा में देखने को मिला है। जहां एक वृद्ध दंपत्ति जब अपने बेटे और बहू से परेशान हो गए और उनके लिए सारे उम्मीद के रास्ते बंद हो गए तब उन्होंने हार कर बहादुरपुर थाना में आवेदन देकर पुलिस को अपना सारा दर्द बयां कर दिया।
बेटे और बहू किस हद तक गिर सकते हैं, ये कहानी जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरभंगा में कलयुगी बेटों ने संपत्ति के लालच में अपने वृद्ध माता-पिता को घर से भगा दिया है। जिसको लेकर पीड़ित माता-पिता ने बहादुरपुर थाने में आवेदन देकर पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगायी है। पूरा मामला बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सैदनगर से जुड़ा हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक आवेदक पीड़ित पिता सैदनगर के सियाराम चौधरी हैं जिन्होंने दरभंगा पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा है कि उनके दोनों सगे पुत्र संपत्ति के लालच में उनकी जान के दुश्मन बन गये हैं और उन्हें घर से भगाकर बेघर कर दिया।
बताया जाता है कि सियाराम चौधरी रिटायर्ड सरकारी शिक्षक हैं और मूल रूप से मोरो थाना क्षेत्र के गोढ़वार गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में रिटायर होने के बाद सैदनगर मोहल्ले में 50 लाख से अधिक लागत से जमीन खरीदकर घर बनाया, लेकिन मेरे ही दोनो बेटे सच्चिदानंद, विवेकानंद और दोनों बहू कविता और अर्चना हम दोनों को प्रताड़ित करने लगे। वे पेंशन के लोभ में आकर मुझे और मेरी पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। साथ ही बार-बार घर के ऊपर दोमंजिला मकान बनाने का दबाब बनाते रहते हैं। मना करने पर मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। यहां तक कि हम लोगों को पोता- पोती से भी मिलने नहीं देते।
वर्ष 2021 के जून माह में भी दोनों बेटा एवं बहू ने मिलकर हम लोगों को मार-पीटकर घर से बाहर कर दिया था। मजबूरन अपना ही बनाया घर छोड़कर बंगाली टोला में किराये के मकान रहने लगे। जब भी अपना सामान लेने सैदनगर जाते हैं तो वे हम लोगों के साथ मारपीट करते हैं। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।