दरभंगा : बेनीपुर में विकास में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी आये दिन दौरा कर समीक्षा कर जिला में चल रहे विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायतों में प्रति माह विकास शिविर का आयोजन किया जायेगा।
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
उक्त बातें गुरुवार को प्रखंड के तरौनी पंचायत के मुर्तुजापुर गांव में आयोजित ग्राम विकास शिविर के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कही। उन्होंने कहा कि शिविर में सभी विभाग के अलग-अलग काउंटर लगाए गए। जहां लोगों को योजना का लाभ मिल सके तथा विभिन्न योजना की जानकारी हो सकें एवं उससे संबन्धित शिकायत का त्वरित निष्पादन करने वाले आवेदन का निष्पादन तत्काल किया जाय, नहीं होने वाले का समीक्षा कर एक सप्ताह के अंदर उसका निष्पादन कर दिया जाएगा।
डीएम ने कहा कि सर्वप्रथम तरौनी पंचायत को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करने के लिए चिन्ह्ति किया गया है। इसलिए शिविर का शुभारंभ यहीं से किया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना नली गली नल जल जल जीवन हरियाली योजना के तहत तालाब उराही कार्यों की समीक्षा की गई। वहीं उन्होंने भूमि निबंधन कार्यों में जमाबंदी को लेकर उत्पन समस्याओ के संबंध में पूछने पर कहा कि इसके लिए तत्काल बहेड़ा, दरभंगा एवं कमतौल के निबंधन पदाधिकारी को हेल्पडेक्स लाइन खोलने का निर्देशित किया गया है। जिसके माध्यम से निबंधन के लिए आये कागजात की त्रुटि सुधार के लिए भु-निबंधन पदाधिकारी सीओ को लिखेंगे। सीओ तत्काल उसका सुधार कर निबंधन पदाधिकारी को भेज देंगे, ताकि जमीन निबंधन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। शिविर के दौरान जिलाधिकारी ने तरौनी पंचायत के वार्ड 3 के शौचालय नल जल एवं गली-नली योजना का जांच किया तथा जनकवि बाबा नागार्जुन पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों से पुस्तकालय की विकास किए जाने का आश्वासन दिया। वहीं शिविर में शौचालय, कृषि शिक्षा, मनरेगा, पेंशन, जीविका आदि दर्जनों विभाग का शिविर लगा हुआ था। जहां लोगों की दिन भर जामबरा लगा रहा तथा अपनी समस्या से संबंधित आवेदन दिया। इसमें कुछ का तो वहीं निष्पादित कर दिया गया। शेष के लिए लोगों को एक सप्ताह का समय दिया गया। बाद में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न योजनाओं कार्यों की समीक्षा भी की।
इस दौरान डीडीसी डॉ. कारी प्रसाद महतो, एसडीओ प्रदीप कुमार झा, बीडीओ विनय मोहन झा, एमओ अरुण बिहारी लाल, सीडीपीओ लक्ष्मी रानी, स्वच्छता समन्वयक रूमा कुमारी, सीओ पंकज कुमार झाबी, एओ नकुल प्रसाद, बीईओ इंदु सिन्हा सहित जिला के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे।