राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि असमय हुई वर्षा और ओलावृष्टि से किसानों का अच्छी उपज होने का सपना चूर-चूर हो गया है।सत्ता में बैठी भाजपा सरकार का रवैया संकट की इस घड़ी में पूर्णतया संवेदनहीन है। अखिलेश यादव ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि पूरे राज्य में जहां-जहां अतिवृष्टि और ओलावृष्टि हुई है, कहीं भी न तो नुकसान का आंकलन हुआ है और नहीं किसानों को अंतरिम आर्थिक मदद मिली है। वैसे भी किसानों के नुकसान की भरपाई करना भाजपा सरकार के बस की बात नहीं है। किसानों का सरकार पर से भरोसा उठ गया है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार को विपदा में फंसे किसानों को सब्सिडी से खेती-किसानी में काम आने वाले सामान की खरीद की सुविधा देनी चाहिए। इसके साथ ही तमाम सरकारी देय, सरकारी और गैरसरकारी पूरा का पूरा ऋण माफ करना चाहिए। तब जाकर किसानों को कुछ राहत मिल सकेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि वस्तुस्थिति यह है कि किसान कर्जों से मुक्त नहीं हो पा रहा है। उसे न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल पाता है और नहीं उसको फसल की लागत का ड्योढ़ा मूल्य मिल पाया है।
उन्होंने कहा कि किसान की आय दुगनी करने का दावा तो दम तोड़ चुका है। किसान को अपनी खेती के लिए जो बीज, खाद, कृषि उपकरण, कीटनाशक आदि चाहिए उसके लिए उसे मजबूरी में साहूकारों के पास जाना पड़ता है। सूदखोरों के चंगुल में फंसे किसान को नकद आर्थिक मदद मिलनी चाहिए। किसानों को समाजवादी सरकार में पेंशन और फसल बीमा का लाभ दिया गया था। उसे सिंचाई के लिए मुफ्त पानी और बैंकों से सस्ते कर्ज की सुविधा दी गई थी। जनता अब उसकी तुकबंदी या जुमलेबाजी से बहकने वाली नहीं है।