दरभंगा(विजय सिन्हा) : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा के खासम खास जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी पर अनुसूचित जाति की महिला से ठगी एवं मारपीट, गाली-गलौज के मामला में प्राथमिकी के आदेश से चुनावी साल में कांग्रेस की मुश्किले बढ़ सकती है। यद्यपि जिला कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मो. असलम ने आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि कांग्रेस के ही कुछ लोग जिलाध्यक्ष बनने के लिए इस तरह का घिनौना कार्य किया है।
उसे पार्टी से निकाला जाय। आरोप की सच्चाई जो हो, लेकिन बहेड़ा थाना क्षेत्र के घोंघिया निवासी सोभा देवी के द्वारा दायर सीआर न. 2/2019 अनुसूचित जाति-जनजाति, अत्याचार अधिनियम के विशेष न्यायालय ने अनुसूचित जाति-जनजाति, थाना दरभंगा को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए उनसे 50 हजार रूपया लिया गया और कई माह बीतने के बाद 3 जनवरी को कांग्रेस कार्यालय में पहुंच कर जब उनसे रूपये वापस करने की मांग की, तो उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज किया गया। न्यायिक आदेश शनिवार को आया है और आज जिला कांग्रेस अपने जिलाध्यक्ष के साथ खड़ा दिख रहा है और बाजाप्ता जिला कार्यालय से एक विज्ञप्ति जारी की गई है। जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस का बढ रहे जनाधार को देख कर कांग्रेस के ही कुछ कार्यकर्ता इस तरह का षड्यंत्र कर रहे हैं। इतना ही विज्ञप्ति यह भी कहा गया है कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा को पत्र लिखकर इस षड्यंत्र की जानकारी दी गई है और इसमें शामिल लोगों की जांच करा कर उन्हें पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की है।
विज्ञप्ति में प्रदेश अध्यक्ष से मांग करने वालों में एक दर्जन से अधिक नेताओं का नाम दिया गया है। विज्ञप्ति में डीएम और एसएसपी से मिलकर उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की जाएगी। सनद रहे कि जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा के खासम-खास हैं।