– संबंधित राज्य सरकारें उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराएं
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राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी कराई है। श्रमिकों के लिए टोल प्लाजा, एक्सप्रेस वे, प्रमुख चौराहों व हाइवे पर भोजन के साथ ही पेयजल की व्यवस्था कराई जाए। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर हुई बैठक में लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों-श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लाकडाउन में भारत सरकार की नवीनतम एडवायजरी का अध्ययन करते हुए कन्टेन्मेन्ट जोन में अनुमन्य की जा सकने वाली गतिविधियों के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज के बारे में प्रदेश की कार्ययोजना को शीघ्र ही अन्तिम रूप दिया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संबंधित राज्य सरकारें उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी बसों को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जाए। परिवहन निगम यह भी सुनिश्चित करें कि प्रत्येक प्राइवेट बस में दो ड्राइवर हों। उन्होंने परिवहन विभाग को प्रवर्तन कार्य प्रभावी रूप से करने के निर्देश देते हुए कहा कि आरटीओ और एआरटीओ सतत निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि मार्ग दुर्घटना न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने पल्स आक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी क्वारंटीन सेंटर में यह उपकरण अवश्य हो। उन्होंने कहा कि पल्स आक्सीमीटर उपयोग में आसान ऐसा उपकरण है, जिसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति में आक्सीजन का स्तर पता किया जा सकता है। निर्धारित प्रतिशत से कम आक्सीजन वाले व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। इसकी मदद से कोरोना संदिग्धों को खोज निकालना आसान हो सकेगा।