चकरनगर/इटावा। थाना क्षेत्र भरेह और चकरपुरा के बीच में अज्ञात कारणों से भीषण आग लगी जिससे वन सम्पदा को भारी नुकसान हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक भरेह थाना क्षेत्र के गाँव भरेह और चकरपुर के बीच में अज्ञात कारणों के चलते भीषण आग लग जाने से जंगल में खड़ी वन संपदा को भारी नुकसान बताया जा रहा है जंगल में खड़ी वेश कीमती लकड़ी जल कर हुई राख, कोई नही है देखने बाला।
आखिरकार कौन है इसका जिम्मेदार है? जो नही होती आग लगने के बाद कारणों की जांच और विधिक कार्यवाही! बताते चलें हर वर्ष गर्मियों में जंगलों में आग लग जाती है, इसका क्या कारण है, क्यों जंगल को जला कर राख कर दिया जाता है। आखिर कार जंगल में हजारों जंगली जीव भी रहते है वन सम्पदा के साथ उनको भी आपने प्रांण फालतू में ही गवाने पड़ते है। जिम्मेदार अधिकारी क्यों नही संज्ञान लेकर वन सम्पदा को बचाने में सक्षमता दिखाते है।
“मैंने फॉरेस्ट विभाग से पिछली अग्निकांडों की रिपोर्ट मांगी है जैसे ही रिपोर्ट आ जाती है और कोई दोषी व्यक्ति ठहराया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी विधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी”
– ब्रह्मानंद कठेरिया,उप जिलाधिकारी चकरनगर
ग्रामीणों ने आग लगने की खबर फायर ब्रिगेड को दी सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग को बुझाने की कोशिश तो की लेकिन आग इतनी भयानक रूप धारण कर चुकी थी के बुझाने में नाकाम रहे। बहीं ग्रामीणों ने भी कड़ी मेहनत की पर समाचार लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका। आगे आग को सही समय पर नहीं बुझाया गया तो जंगल के साथ कई गावों को भी है खतरा बढ़ सकता है, वहीं किसानों की गेहूं की तैयार खड़ी फसल भी आग की चपेट में आ सकती है।