दरभंगा : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा, 2020 आगामी 17 फरवरी 2020 से 24 फरवरी 2020 के बीच सम्पन्न होगी।
- अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजेंद्र कर्ण मनोनीत
- एडीएम नीरज दास की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस को लेकर बैठक
- जेडीयू नेता राजेश्वर राणा ने तेजस्वी यादव की घोषणा पर बोला हमला
- 2025 में जनगणना, बिहार में तैयारी शुरू
- अपने घरों तक रास्ता से वंचित परिवारों से मिले जेडीयू नेता राजेश्वर राणा, भगता बांध पर सड़क निर्माण का दिए आश्वासन
अपर मुख्य सचिव, शिक्षा श्री आर. के. महाजन एवं अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति श्री आनन्द किशोर ने आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से मैट्रिक परीक्षा, 2020 एवं इंटर परीक्षा/मैट्रिक परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन कार्य सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन को निदेशित किया गया।
अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा बताया गया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा हर वर्ष आयोजित किये जाने वाले इंटर एवं मैट्रिक की परीक्षा को कदाचार रहित सम्पन्न कराने के लिए शिक्षा विभाग प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार का सख्त निर्देश है कि राज्य में आयोजित किये जाने वाले सभी परीक्षाओं को शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित सम्पन्न कराई जाये। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई व शिथिलता स्वीकार नहीं होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में सभी जिलों में इंटर की परीक्षा पूर्ण शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित आयोजित की गयी।
उन्होंने कहा कि इंटर परीक्षा की तरह मैट्रिक की परीक्षा भी पूरी कड़ाई से सम्पन्न कराई जाये। परीक्षा केन्द्र में प्रवेश के वक्त ही सभी परीक्षार्थियों की बारीकी से शारीरिक जाँच की जाये। परीक्षार्थियों के कक्ष में बैठ जाने के उपरांत वहाँ वीक्षकों के द्वारा दुबारा उनकी जाँच कराई जाये।
उन्होंने बताया कि मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से एवं उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन का कार्य 25 फरवरी 2020 से पूर्व से निर्धारित हैं. इस अवसर पर कुछ नियोजित शिक्षक सगठनों द्वारा अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई है। कहा कि नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्तों एवं वेतनमान में सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा उच्च स्तरीय कमिटी गठित कर दी गई है, जो उनकी माँगों पर विचार कर रही है। ऐसे में नियोजित शिक्षकों का हड़ताल करना सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के बराबर हैं. इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि हड़ताली शिक्षकों के द्वारा परीक्षा अथवा मूल्याकंन कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने पर उनके विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। जो भी शिक्षक कर्त्तव्य से अनुपस्थित रहकर हड़ताल में शामिल होगे उनके विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई की जाये। सरकारी कार्य में बाधा पहुँचाने की कोशिश करने वाले हड़ताली शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये।
अपर मुख्य सचिव शिक्षा द्वारा स्पष्ट किया गया कि राज्य सकरार ने नियोजित शिक्षकों के द्वारा हड़ताल पर जाने की घोषणा को अवैध घोषित कर दिया है। इसलिए हड़ताली शिक्षकों से सख्ती से निपटने के लिए जिला प्रशासन को निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि कर्त्तव्य से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही चलाई जाये, उनके विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाये। यह भी कहा कि नियोजित शिक्षकों के समान वेतन की माँग को उच्चतम न्यायालय द्वारा भी निरस्त कर दिया गया है, इसलिए नियोजित शिक्षकों के हड़ताल में शामिल होने पर हड़ताल अवधि का समंजन किसी भी सूरत में नही किया जायेगा। उनकी सेवा कंटिन्यू नहीं रहेगी बल्कि उनकी सेवा में टूट हो जायेगा।
अपर मुख्य सचिव ने हड़ताल पर जाने वाले शिक्षकों का नियमित ब्यौरा संग्रहित करने हेतु जिला/प्रखण्ड स्तर पर सेल का गठन करने का निदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी मैट्रिक परीक्षा एवं उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन कार्य को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सशस्त्र बल के साथ दण्डाधिकारियों की तैनाती की जाये।
जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा मैट्रिक परीक्षा 2020 को शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित सम्पन्न कराने हेतु 15 फरवरी 2020 को 11ः00 बजे केन्द्राधीक्षकों एवं दण्डाधिकारियों की एक बैठक आहूत की गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित सम्पन्न कराने हेतु सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है।
इस वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम., अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद सिंह, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सुशील कुमार शर्मा,विशेष कार्य पदाधिकारी पुष्पेश कुमार, सभी डीपीओ, सभी केन्द्र निदेशक एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।