राम किशोर रावत (माल/लखनऊ) :: गांव के बेकार पानी में पनपने वाले लार्वा को एक विशेष प्रजाति की मछली नियंत्रित करेगी । ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति (वीएच एनसी)को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है । जानकारी देते हुए बीडियो भानु प्रताप सिंह ने बताया गांवों में मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिये विशेष प्रजाति की मछली पानी में डाली जा रही है । गम्बोजिया प्रजाति की मछली मच्छरों के लार्वा को खा जाती है । इसी खूबी को देखते हुये गांवों में बस्ती के अंदर या नजदीक स्थित जलभराव वाले स्थानों पर मछली का बीज डाला गया है । पहली बार हो रहे इस प्रयोग को लेकर सभी गांवों में लोगों में भी उत्सुकता नजर आयी । सहायक विकास अधिकारी पंचायत देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा बेकार पानी गांवों में एकत्रित होता है ।
- पटना में दरभंगा डीएम एसएसपी सिविल सर्जन हुए सम्मानित, एम्स शिलान्यास में किए उत्कृष्ट कार्य
- दरभंगा जिलाधिकारी ने मकर संक्रांति महोत्सव का किया शुभारंभ, कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
- विधायक विनय कुमार चौधरी ने जन्मदिन पर काटा केक, जेडीयू नेता राजेश्वर राणा ने दी बधाई
- Pragati Yatra :: दरभंगा को सीएम नीतीश ने दी बड़ी सौगात
- अग्निवीर वायुसेना में आवेदन 27 जनवरी तक, यहां से करें Online Apply
जिसमें विषैले मच्छरों का लार्वा पैदा हो जाता है । यह मछली लार्वा को खा जाती है इसलिये बस्ती के भीतर जिन स्थानों पर बेकार पानी जाम रहता है वहाँ या मछली डाली गयी है । मछली आपूर्ति कर रहे दीपू कुमार कश्यप ने बताया यह मछली बहुत तेजी से वंश बृद्धि करती है । अगले वर्ष तक सभी गांवो में इसकी पर्याप्त संख्या हो जायेगी । अभी प्रत्येक पंचायत में पांच सौ मछली आपूर्ति की गयी हैं ।
(फेसबुक पर Swarnim Times स्वर्णिम टाईम्स लिख कर आप हमारे फेसबुक पेज को सर्च कर लाइक कर सकते हैं। TWITER पर फाॅलों करें। वीडियो के लिए YOUTUBE चैनल को SUBSCRIBE करें)