काली कमाई का राज न खुले इसलिए नोएडा न जाने की भ्रांतियां फैलाई गई
लखनऊ ब्यूरो(राज प्रताप सिंह) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राजनीतिक प्रशासनिक बैमानी और बदनीयति से घर खरीदारों को परेशान किया गया। इतना ही नहीं पिछले 10 सालों में काली कमाई का राज छिपाने के लिए जानबूझ कर भ्रांतियां फैलाई गई कि कोई मुख्यमंत्री नोएडा और ग्रेटर नोएडा न जाए।मुख्यमंत्री ने सोमवार को लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रेरा के राष्ट्रीय अधिवेशन सत्र को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके, कहा कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रियल स्टेट के क्षेत्र में काली कमाई लगाए जाने का खेल खूब चला। बोरे भर-भर के पैसे लगाए जाते थे। न तो पैसे देने वाला इसे गिनता था और न ही लेने वाला। उनकी सरकार ने इस पर रोक लगाई है। जिस समय उनकी सरकार बनी उस समय यह मिथक बना हुआ था कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा जाने पर मुख्यमंत्री की कुर्सी चली जाती है। उसी समय उनके पास नोएडा के एक खरीदार का फोन आया और उसने फ्लैट पर कब्जा न मिलने की पूरी कहनी बताई।उन्होंने कहा कि इसके बाद पता चला कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा न जाने का भ्रम क्यों फैलाया जा रहा है। मैने वहां जाकर यह भ्रांतियां तोड़ी। उन्होंने कहा कि घर खरीदारों के हितों के साथ बिल्डर्स की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उनकी सरकार ने एक साल में ही संवाद के माध्यम से एक लाख घर खरीदारों को मकान दिलाए हैं। एक आदमी अपने जीवन भर की कमाई एक मकान बनाने में गवां देता है। इसलिए इस मामले में तमाशबीन बनकर नहीं बैठना चाहिए। हर स्तर पर फैसला लेने का अधिकार होना चाहिए, लेकिन इसका बेजा इस्तेमाल न हो।
तीन साल में दो लाख करोड़ का निवेश हुआ
मुख्यमंत्री ने रेरा के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि बेहतर काम करते हुए मामलों का निस्तारण किया। एनसीआर के आठों जिलों के मामले निपटाने के लिए वहां पीठ की स्थापना की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की छवि इतनी खराब थी कि कोई यहां आना नहीं चाहता था। उनकी सरकार ने इसे ठीक किया और तीन साल के अंदर दो लाख करोड़ का निवेश हुआ है।
मेट्रो और शहरों में शुरू कराएंगे
लखनऊ, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में मेट्रो चल रही है। कानपुर और आगरा में मेट्रो रेल परियोजना का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा अन्य शहरों में मेट्रो रेल परियोजना शुरू करने पर भी काम चल रहा है।
सिर्फ वोट बैंक समझा गया
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के महावीर की कहानी सुनाई। बताया कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान मिला। मुख्यमंत्री जब उसके घर गए तो महावीर का परिवार उनकी आरती उतारने की थाल लेकर आए। उन्होंने कहा भाई ऐसा क्यों, तो महावीर ने कहा कि सरकारें तो बहुत रहीं, लेकिन मकान सिर्फ आपकी सरकार में मिला। इससे पहले उन्हें सिर्फ वोट बैंक समझा जाता रहा।
समाधान के लिए दो कमेटियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव आरके तिवारी और केंद्रीय आवासन सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में अलग-अलग दो कमेटियां बनाई गई हैं। दोनों कमेटियां एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगी। इसके आधार पर आवासीय और बिल्डरों की समस्या दूर करने के लिए नीतियां बनाई जाएगी।