दरभंगा : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद विभाग में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि समावेशी कार्यशाला के आयोजन से शोधार्थियों को लाभ लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आधार पुरूष पूर्व कुलपति डॉ. उपेन्द्र झा वैदिक वेद के विद्वान हैं। इसलिए सभी वैदिक जिज्ञासाओं का समाधार करेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में आधुनिक विषयों के भी जानकार हैं। ऐसे में उनलोगों के विचारों को भी ग्रहण किया जा सकता है। प्रतिकुलपति ने कार्यशाला के साथ-साथ स्मारिका प्रकाशन की भी जरूरत बताई। बहुद्देशीय भवन में संपन्न हुए इस कार्यशाला के संबंध में जनसम्पर्क पदाधिकारी निशिकांत प्रसाद सिंह ने बताया कि आधार पुरूष डॉ. झा ने वेद की ऋचाओं के भेद का विश्लेषण करते हुए निरूक्त शास्त्र की महत्ता को प्रतिपादित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सत्यवान कुमार, स्वागत भाषण प्रो. विद्येश्वर झा और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विनय कुमार मिश्र ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मनोरंजन कुमार झा और भवेश कुमार ने कुलगीत प्रस्तुत किये।