डेस्क : नीतीश कैबिनेट की बैठक में कुल 35 एजेंडों पर मुहर लगाई गई। इस बैठक में सरकार ने यह तय किया कि अब सूबे के किसी भी विवि में इंटर की पढाई नहीं होगी। उसके लिए सरकार ने नए फोर्मुले तैयार किए हैं और अब इसी फोर्मुले के तहत इंटर की पढ़ाई होगी। शिक्षा विभाग की तरफ से जारी संकल्प के शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल 2024 से सभी पात्र उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इंटर स्तरीय पढ़ाई शुरू की जायेगी।
कैबिनेट बैठक में शिक्षा विभाग और मंत्री विजय कुमार चौधरी के तरफ से यह प्रस्ताव दिया गया कि अब सूबे के किसी भी विश्वविद्यालय के कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं होगी। शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री की मंजूरी मिल गई और कैबिनेट के फैसले के बाद अब तय हो गया है कि कोई भी स्टूडेंट बिहार के किसी भी यूनिवर्सिटी के कॉलेज में जाकर इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए एडमिशन नहीं ले सकेंगे।
वहीं, इस कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि पटना विश्वविद्यालय के कॉलेज में पहले से ही इंटर की पढ़ाई बंद है अब इसी तरह राज्य के दर्जन से ऊपर विश्वविद्यालय के कॉलेज से भी इंटर की पढ़ाई बंद की जाएगी। राज्य सरकार ने साफ कहा है कि अब 10+2 स्कूलों में ही इंटर की पढ़ाई होगी। सरकार का कहना है कि पिछले दिनों हमारी तरफ से सभी हाई स्कूलों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू करवाने की व्यवस्था की गई है। ऐसे में अब इन्हीं स्कूलों में पढ़ाई कराई जाएगी। साथ ही सरकार का यह भी मानना है कि राज्य के अंदर बड़े पैमाने पर टीचरों की बहाली भी करवाई जा रही है ऐसे में अब शिक्षकों की भी कमी नहीं है और भवन की भी नहीं तो फिर विवि के बोझ को कम किया जाए और हाई स्कूल में ही इंटर की पढाई करवाई जाए।