डेस्क : महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया है. 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन में फिलहाल एक हफ्ते का समय बाकी है, लेकिन लोगों के मन में सवाल है कि क्या लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या फिर 14 अप्रैल तक ही रहेगा. इस बीच, राज्य सरकारों और विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन को और आगे बढ़ाने की अपील की है. केंद्र सरकार इस बारे में विचार कर रही है.
- पुलिस दंपती सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा और रीना पाण्डेय ‘हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव’ में हुए सम्मानित
- पल्स पोलियो अभियान 21 तक, एक भी बच्चा छूटे नहीं – सिविल सर्जन दरभंगा
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
फिलहाल सूत्रों के मुताबिक, जून तक स्कूल और धार्मिक आयोजनों पर पूरी तरह से रोक बढ़ाने पर फैसला हो सकता है. वहीं, अफसरों के ट्रांसफर भी 6 महीने तक टाले जाने की संभावना है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई राज्य सरकारों और विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन को और आगे बढ़ाने की अपील की है. केंद्र सरकार इस बारे में विचार कर रही है. प्रधानमंत्री द्वारा गठित उच्च स्तरीय समितियों के समक्ष कई राज्यों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भेजी हैं, जिसमें राज्यों ने लॉकडाउन के विस्तार की सिफारिश की है.
राज्यों से मिले फीडबैक में सभी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना भी शामिल है. राज्यों का कहना है कि प्रतिबंध सभी धर्मों के लिए लागू हो और इसमें कोई छूट नहीं होनी चाहिए. राज्यों का यह भी कहना है कि स्कूल और कॉलेज बिना किसी अपवाद के जून तक बंद रखने होंगे.
सरकारी क्षेत्र में सभी स्थानांतरण और पोस्टिंग को छह महीने के लिए टाल दिया जाएगा, क्योंकि ऐसा करने पर बड़े पैमाने पर भीड़ शामिल होगी. स्थिति में सुधार होने तक होटल, रेस्टोरेंट और बार पूरी तरह से लॉकडाउन के तहत बंद होंगे. जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता तब तक शादियों, अंतिम संस्कारों, कॉर्पोरेट टाउन हॉल बैठक जैसे सार्वजनिक कार्यों को लॉकडाउन के तहत बंद रहना चाहिए.
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली समेत कई प्रदेशों में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ी है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया था कि लॉकडाउन को और दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया जाए. केसीआर ने जिस रिपोर्ट के आधार पर यह सुझाव दिया था, उसमें 2 जून तक लॉकडाउन लागू करने की अपील की गई थी.
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था, जो 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. वहीं, कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले तीन दिनों कोरोना के हजार से अधिक मामले आए हैं और दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई है. फिलहाल, भारत में 4789 कोरोना मरीज हैं, जिसमें से 124 की मौत हो चुकी है.
साभार – आईटी