डेस्क : मिथिला लोक उत्सव 2019 का उद्घाटन करते हुए बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मिथिला माँ स्वरूपा जगत जननी की धरती रही हैं। नारी के रूप में रामायण के माध्यम से आदर्श के रूप में स्थापित की हैं और मिथिला को ही यह गौरव प्राप्त हैं। जिसकी वजह से रामायण घर-घर पहुँचा। मिथिला पूरे बिहार में अपनी संस्कृति और विरासत के लिए धनी मानी जाती हैं और मिथिला से धनी कोई क्षेत्र नही हैं।
- दरभंगा कोर्ट में संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन, नशामुक्ति दिवस पर भी बोले जिला जज
- “भारतीय संविधान :: सिविल लिबर्टी और विकास” विषय पर राजनीति विज्ञान विभाग में संगोष्ठी आयोजित
- संविधान दिवस :: हम,भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण…. दरभंगा डीएम ने पदाधिकारीयों एवं कर्मियों को याद दिलाया प्रस्तावना
- नशामुक्ति दिवस :: दरभंगा मद्य निषेध द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित
- उन्नाव पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा युवा सोच अवार्ड से होंगे सम्मानित
श्री सिन्हा ने कहा कि उन्हें बेगूसराय जिला का प्रभारी मंत्री बनाया गया। जो मिथिला क्षेत्र में ही आता हैं। यहां मुक्ति धाम में शव जलाने पर पैसे की उगाही की जाती थी। लेकिन बिहार सरकार ने इसे पूरी तरह बंद कर दिया। वहीं उन्होने कहा कि मिथिला के मैथिली भाषा में अपनी अलग मिठास हैं। आपकी करबाहट भी मधुरता दिखाती हैं। यहां के लोग देषी नही विदेषों में भी नेतृत्व करते हैं। विद्यापति की गीत आज भी पूरे देष में गुणगुनाये जाते है। उन्होने कहा कि गरीबी धन की कमी के वजह से नही आता हैं, बल्कि संस्कृति व संस्कार के वजह से आता हैं। मिथिला के लोग संस्कृति और संस्कार में सबसे धनी हैं। उन्होने कहा कि मेरे बिहार का इतिहास जिस तरह से गौरवषाली हैं। इसे मिथिला के लोगो को आगे बढ़ाने की जरूरत है, मिथिला महोत्सव सिर्फ मिथिला का ही महोत्सव नही है, बल्कि पूरी दुनिया के मिथिलावासी इससे गौरांवित होते है।
इस मौके पर बिहार सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री व जिले के ही गौड़ाबौराम से विधायक मदन सहनी ने अपने संबोधन में कहा कि जल-जीवन व हरियाली को लेकर हर मिथिलवासी को इसमें अपना सहयोग देना चाहिए। उन्होने कहा कि जिले में सैकड़ों योजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने किया हैं। वह एक तीर से कई काम करते हैं। उन्होने कहा कि कई लोग मिथिला राज्य की बात कई वर्षो से उठाते रहे है लेकिन जब तक यहां का विकास नही होता हैं मिथिला राज्य बनना संभव नही हैं। उन्होने कहा कि मिथिला के विकास के लिए यहां के मजूदरों और किसानों को सब्बल बनाये जाने की जरूरत हैं। यहां किसानो के लिए सिचाई की सुविधा नही हैं। उन्होने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि किसानो की समस्या को लेकर किसानों के साथ बैठक करें। उन्होने कहा कि मिथिलांचल में विद्यापति, राजा सलेष, नागार्जुन जेसे कई दर्जन विभूति हैं जिनका स्मरण आने वाले पीढ़ियों को करना चाहिए।
विधायक संजय सरावगी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और उन्होने कहा कि मिथिलांचल अपने संस्कृति के लिए जानी जाती हैं और इसे बचाकर रखना मिथिलावासियों का कर्तव्य हैं। वहीं उन्होंने बिहार सरकार एवं केन्द्र सरकार के द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं के उपलब्धि को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर विधायक विधायक जीवेष मिश्रा, विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह, विधान पार्षद अर्जुन सहनी ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर दरभंगा नगर निगम के मेयर वैजन्ति देवी खेड़िया, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. सहित अन्य लोग उपस्थित थे।