चतरा (रांची ब्यूरो) : सरकारी सेवा से जुड़े जिले के सरकारी कर्मियों को अब खुले में शौच करना महंगा पड़ेगा। उपायुक्त संदीप सिंह ने पत्रकारों से अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि खुले में शौच करने वाले सरकारी एवं अद्धसरकारी कर्मियों के वेतन निकासी पर रोक लग सकती है। इन कर्मियों को अगस्त महीने का वेतन शौचालय उपयोगिता का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के बाद ही मिलेगा। उपायुक्त ने कहा कि सरकारी कर्मियों के साथ-साथ, पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं, सहिया, पीडीएस दुकानदारों एवं सरकार से जुड़े लोगों को 30 अगस्त तक का समय दिया गया है। कर्मियों के वेतन की निकासी संबंधित अधिकारियों द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र दिए जाने के बाद ही हो सकेगा। डीसी ने जिलेवासियों से अपील भी की है कि रक्षा बंधन पर्व पर भाई उन बहनों को शौचालय गिफ्ट करें, जिनके घर में शौचालय नहीं है।
डीसी ने कहा कि इसके लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर होर्डिग लगाई जाएगी, ताकि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हों। खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए एक साथ कई अभियान की शुरुआत की गई है। सरकारी अस्पतालों में दवा की पर्जी पर भी स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। इसके लिए दो प्रकार के मुहर जारी किए गए हैं। जिसमें एक लाल रंग का और दूसरा हरा रंग का है। डाक्टर मरीजों के उपचार के समय उनके घर में शौचालय की जानकारी लेंगे। जिसके घर में शौचालय है, उसकी पर्जी पर हरा रंग का मुहर लगाया जाएगा और जिनके घर में नहीं है, उसे लाल रंग का मुहर लगाते हुए शौचालय निर्माण के प्रति जागरूक किया जाएगा। डीसी ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में चतरा व सिमरिया प्रखंड को खुले शौच से मुक्त कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से पूर्व शौचालय निर्माण कराने वाले ऐसे 15 लोगों को जिला प्रशासन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सम्मानित करेगा।