
राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के लोगों की मदद नहीं हो पा रही है। नोडल अधिकारी क्या कर रहे हैं? क्या नहीं? दूसरे राज्यों को देखकर लगाया जा सकता है। उन्होंने मांग की है कि जब तक बेरोजगारों को कोई धंधा नहीं मिल जाता है तब तक राज्य सरकार को बेरोजगारी भत्ता देने की व्यवस्था करना चाहिए।उन्होंने बुधवार को जारी एक बयान में कहा है कि दिल्ली, पंजाब, हरिणाणा, गुजरात (अहमदाबाद, सूरत), महाराष्ट्र (मुंबई) और उत्तराखंड आदि राज्यों में लाखों की संख्या में पलायन की स्थिति से स्पष्ट है कि वहां लोगों का जीवन नर्क बन गया है। सरकार की घोषणा और व्यवहार में कोसों का फासला है। अमानवीयता की हद है कि उक्त राज्यों में भूख-प्यास से लोग मरणासन्न है। जैसे-जैसे कर जो लाखों की संख्या में श्रमिक, दूसरे राज्यों से पलायन कर यूपी के अपने-अपने गांवों में पहुंच तो गए, लेकिन उनके रहने-खाने और इलाज की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। उनका भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। भाजपा का प्रबुद्ध वर्ग ही इसका कोई सार्थक विकल्प बताए।अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका नकारी नहीं जा सकती। सत्तारूढ़ दल चाहे विपक्ष पर जितनी भी अपमान जनक टिप्पणी करता रहे, लेकिन समाजवादी पार्टी अपनी जिम्मेदारी व जनहित के सुझाव देने के लोकतांत्रिक अधिकार को निर्वहन करती रहेगी। भाजपा सरकार के रवैये से जनता का आत्मविश्वास डिगा हुआ है। घबराहट में लोगों का धैर्य जवाब न दे जाए, इसलिए सरकार को उनके जीवनयापन की वैकल्पिक व्यवस्था करनी ही होगी