WIT दरभंगा बने देश का पहला महिला आईआईटी, वैज्ञानिक डॉ. मानस बिहारी वर्मा को दें सच्ची श्रद्धाजंलि – पुष्पम प्रिया चौधरी
सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट : डब्ल्यूआईटी को देश का पहला महिला आईआईटी के रूप में विकसित कर इसे इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस बनाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में गांवों और समाज के हर समुदाय की बच्चियां पढ़ने आती हैं क्योंकि उनके माता-पिता इसे सुरक्षित जगह मानते हैं। उक्त बातें पुष्पम प्रिया चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कही।
प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने शुक्रवार को डब्ल्यूआईटी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्थान के निदेशक डॉ. यूके दास और छात्राओं से मुलाकात कर संस्थान की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा में भी यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई हो ताकि भाषा का तकनीकी विकास हो सके। उन्होंने कहा कि एक तरफ नीतीश सरकार दावा करती है कि वो महिला शिक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है, परंतु वास्तविकता इसके विपरीत है। एक तरफ इंजीनियरिंग कॉलेजों में महिलाओं को 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने की बात की जा रही है तो दूसरी तरफ महिलाओं के इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए शैक्षणिक संस्थानों पर हमला किया जा रहा है।
महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ करना यह बताता है कि नीतीश कुमार की बोलने की नीति कुछ है और करने की नीति कुछ है। हर तकनीकी विभाग में इंजीनियर के पद खाली हैं तो यहां से सौ प्रतिशत कैंपस सेलेक्शन हो। पुष्पम प्रिया चौधरी ने छात्राओं से बात कर उन्हें आश्वासन दिया कि मैं और मेरी पार्टी इसके मूल स्वरूप में बदलाव किसी कीमत पर नहीं होने देगी।
इस संस्थान से महिला शब्द को विलोपित करने नहीं दिया जाएगा। सरकार को चाहिए कि इस संस्थान के शैक्षणिक एवं आधारभूत संरचना को सुदृढ़ कर संस्थान को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा दिलाने के लिए प्रयास करे। इस संस्थान की मौलिकता को बचाकर ही मैथिल रत्न वैज्ञानिक डॉ. मानस बिहारी वर्मा को सच्ची श्रद्धाजंलि दी जा सकेगी।
मौके पर पार्टी के महासचिव अनुपम सुमन, प्रेस सचिव मुकेश कुमार, जिला संगठन प्रभारी विक्रम झा, नगर अध्यक्ष शमशीर आलम, विस क्षेत्र प्रभारी सुमित कुमार, सीमा रानी, कृष्णा चौधरी, रत्नेश चौधरी, रोहित चौधरी, विनीत कुमार, रितेश आदि थे।