प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में रखकर उनकी सही ढंग से स्क्रीनिंग की जाए
मुख्यमंत्री ने जनधन खाता धारकों से रुपे कार्ड का प्रयोग कर धन निकासी की अपील की
लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सुरक्षा बलों में इन्फेक्शन रोकने को विशेष सतर्कता बरती जाए। उनमें संक्रमण रोकने के लिए आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी को बाहर से आ रही ट्रेनों से आ रहे प्रवासी लोगों के संबंध में अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिए। सीएम ने यह भी कहा कि 12 से 15 लाख क्वारंटीन सेंटर, आश्रय स्थल व शेल्टर होम बनाए जाएं । साथ ही लाकडाउन के तीसरे चरण में उद्योग चालू करने के लिए कार्ययोजना बना ली जाए। मुख्यमंत्री ने रविवार को सरकारी आवास पर टीम 11 के साथ लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन को लेबर रिफार्म पर कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि लाभार्थियों के बैंक खाते में भरण-पोषण भत्ते की धनराशि यथाशीघ्र अन्तरित कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से ट्रेन से आ रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में रखकर उनकी सही ढंग से स्क्रीनिंग की जाए। स्वस्थ पाये जाने वाले कामगारों व श्रमिकों को खाद्यान्न किट उपलब्ध कराकर होम क्वारंटीन के लिए उनके गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।
अस्वस्थ होने की दशा में कामगारों व श्रमिकों को समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। प्रत्येक जिलाधिकारी कोरोना उपचार में लगी मेडिकल टीम की अनिवार्य क्वारंटीन व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह के लोगों को गांव में संचालित होने वाले कम्युनिटी किचन में लगाया जाए इससे इन लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने रुपे कार्ड के प्रयोग को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जन-धन खाता धारकों से अपील की कि वे रुपे कार्ड का प्रयोग कर धन निकासी करें।
हाट स्पाट में रहने वाले कर्मी अपने सहयोगियों के लिए कोरोना कैरियर बन सकते हैं। इसलिए यह लोग अपने कार्यस्थल पर न जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह को भी इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने वाले अस्पतालों से दूरभाष पर जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने डाक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही डिग्री व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को भी