डेस्क : दरभंगा डीएम ने जिला के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को उनके क्षेत्राधीन रहने वाले सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित चिकित्सीय जाँच / ए.एन.सी. करते रहने का निर्देश दिया है.
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
उन्होंने कहा कि जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में वंडर ऍप के लॉन्च किये जाने के बाद से विगत 2 सप्ताहों में 2336 गर्भवती महिलाओं का शिविरों में ए.एन.सी. हुआ है और इसमें से 799 महिलाओं का फॉलो अप भी हो रहा है जो संतोषजनक एवं सुखद है. लेकिन कुछेक पीएचसी में अपेक्षाकृत कम प्रगति हुई है जिसमें मनीगाछी, सतीघाट, बहादुरपुर पीएचसी में 3 से कम एएनसी हुए है वहीं अलीनगर, घनश्यामपुर एवं गौराबौराम पीएचसी में 6 या उससे ज्यादा बार गर्भवती महिलाओं का एएनसी हुआ है.
जिलाधिकारी ने खराब प्रदर्शन करने बाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को व्यक्तिगत अभिरुचि लेकर सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित जाँच कर फॉलो अप करने का निर्देश दिया गया.
समीक्षा में तारडीह, मनीगाछी, बिरौल, सिंघवाड़ा, हायाघाट, किरतपुर पीएचसी में गर्भवती महिलाओं का फॉलो अप असंतोषजनक पाया गया. जिलधिकारी द्वारा इसपर सख्त नाराज़गी व्यक्त किया गया और संबंधित चिकित्सा पदाधि कारियों को कार्य में अविलम्ब सुधार लाने का निर्देश दिया गया. उन्होंने जापानी इंसेफ्लीटीस से बचाव एवं इसको फैलने से रोकने हेतु शत प्रतिशत टीकाकरण कराने को कहा. उन्होंने कहा की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एस ओ पी के तहत एईएस के पूरी रोकथाम की कार्रवाई की जाये. जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रॉपर अनुश्रवण करने को कहा है.
इस बैठक में सिविल सर्जन, डीआईओ, वीबीडीओ, डॉ श्रद्धा झा, डीपीएम, सहायक आईटी प्रबंधक पूजा चौधरी उपश्थित थे. वहीं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए.