चकरनगर इटावा/लखनऊ (एसएसबी चौहान) : 4 मार्च।यूं तो वैसे भी हर दम से विकास के नाम पर तहसील का दर्जा निम्न कोटि में गिना जाता रहा है यहां का विकास भी सदैव फाइलों तक ही सीमित रहा धरातल पर कहीं कुछ आपसी विवाद तो कुछ सेंचुरी विभाग की अटकलें कि विकास को चौपट किए हुए हैं। इस शक्ति को काटने के लिए ब्रह्म शक्ति के रूप में उप जिलाधिकारी चकरनगर ने किसी भी प्रकार की अड़चन को दूर करने के लिए आगे हाथ बढ़ाते हुए नौगावा-अंदावा घाट का करीब 3 वर्षों से पेंडिंग पड़ा पैंटून पुल का कार्य युद्ध स्तर पर।
क्षेत्रीय जनता ने ली राहत की सांस। उपलब्ध जानकारी के अनुसार तहसील चकरनगर के अंतर्गत आने वाला अंदावाघाट जिसकी एक बाजू में अंदावा का मौजा मल्लाह मडैंयां लगता है तो दूसरी तरफ दूसरी बाजू में नौगावा यानी कि अंदावा विकासखंड महेवा का क्षेत्र है और नौगावा विकासखंड चकरनगर का क्षेत्र है। यहां पर पिंटू पुल सन 1993 में जिलाधिकारी निरोती लाल गुप्ता के द्वारा सैंक्शन महेंद्र सिंह प्रधान, कैप्टन साधु सिंह चौहान व पत्रकार डॉ एस बी एस चौहान के अथक प्रयासों से यह पेंटून पुल स्वीकृत हुआ था जो काफी समय से लंबित होने की बाद इस पुल का निर्माण कराया गया।
पिछले करीब 3 वर्षों से सेंचुरी विभाग नें अटकल पैदा करने के बाद इस पुल को नहीं बनने दिया जिसे लगभग एक दर्जन विकासखंड महेवा के गांव जो तहसील चकरनगर में अपने नित्य कार्यों हेतु आते हैं बेहद परेशानी और मुसीबत का सामना कर रहे थे इस परेशानी को दूर करने के लिए ब्रह्म शक्ति के रूप में उप जिलाधिकारी महोदय ने अपने लंबे हाथ बढ़ाकर यहां से लेकर लखनऊ तक की कमान को संभाला और इस पुल के निर्माण के लिए हर तरीके से स्वीकृत लेकर कार्य चालू कराया। इस संबंध में जेई आरके वर्मा बताते हैं कि 2 दिन पहले उप जिलाधिकारी महोदय ने मुझे अपने ऑफिस में तलब किया और पेंटून पुल की जानकारी चाही जिस पर उन्हें अवगत कराया गया की सरकार कार्य चालू है तो उप जिला अधिकारी ने यह निर्देश देते हुए कि कार्य बीरबल की खिचड़ी ना बनी रहे बल्कि यह कार्य युद्ध स्तर पर तत्काल संपादित कराया जाए।
इसी संबंध में कृष्ण पाल सिंह ठाकुर ने बताया कि हमारा कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है लेवर और संबंधित संयंत्र सुचारू रूप से कार्य को सही अंजाम दे रहे हैं दोनों तरफ से अभी हमने चह बना रहे हैं। जैसे ही हम इस कार्य से निवृत्त होते हैं फौरी तौर पर पेंटून सीरियल से जोड़कर जनता का आवागमन दो-चार दिन में ही चालू करने की आशा लगाए हुए हैं क्योंकि उप जिलाधिकारी महोदय और ग्राम प्रधान नौगावा धर्मेंद्र प्रताप सिंह चौहान विशेष रूप से लगन शील हैं और उनका ध्यान भी इस ओर विशेष रूप से है।
जब संबाददाता ने युवा धर्मेंद्र प्रताप सिंह चौहान से बात की तो उन्होंने दूरभाष पर बताया कि यह हमारे हाकिम परगना महोदय की देन है यूं तो हम लोगों ने पहले भी बहुत प्रयास किए लेकिन पुल नहीं बनवा पाए सिर्फ यह कह कर मामला टाल दिया जाता था कि सेंचुरी बाधक है लेकिन हकिम परगना के चलते प्रयास सारी बाधाएं दूर हो गई और पुल का कार्य चालू हो गया है इसके लिए हमारे वरिष्ठ अधिकारी सहयोगी जन सभी बधाई के पात्र हैं मैं सबका आभार जताता हूं।