राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 दिन के प्रदेशव्यापी लॉकडाउन के दौरान, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, उपचार, दिहाड़ी मजदूरी करने वालों तक घोषित सहायता पहुंचाने के लिए आला अधिकारियों की अध्यक्षता में 11 टीम बनाई हैं।
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
यह टीम लॉकडाउन में लोगों के आवागमन को नियंत्रित करने, मीडिया को सही जानकारी देने, प्रदेश के सभी जिलों में कन्ट्रोल रूम की व्यवस्था करने, चिकित्सा व चिकित्सा शिक्षा विभागों की इकाइयों द्वारा जनता को मदद देने का काम करेंगी। साथ ही अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव की कार्ययोजना बनाने का काम भी करेंगी।मुख्य सचिव आरके तिवारी की अध्यक्षता में समिति केंद्र व अन्य राज्यों से तालमेल करेगी।
इसमें अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा-प्राविधिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा-श्रम एवं सेवायोजन सदस्य होंगे।अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन की समिति उद्योग धंधों में लगे श्रमिकों को वेतन दिलाने का काम करेगी। कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा की समिति आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का काम दिखेगी। साथ ही जनता को उचित मूल्य पर सामान दिलाना सुनिश्चित करेगी।
अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में बनी समिति लॉकडाउन में एनफोर्समेंट की कार्यवाही की समीक्षा व जमाखोरों पर कार्रवाई करेगी। इसके अलावा राजस्व, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, पशुपालन, वित्त, व कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में समिति या बनाई गईं हैं। इसके अलावा डीजीपी अध्यक्षता में बनी समिति जेलों में सफाई व सैनिटाइज का काम करेगी। इन समितियों की ओर से रोजाना सीएम कार्यालय को रिपोर्ट दी जाएगी