मुकेश कुमार (लखनऊ) :: जहां एक ओर योगी सरकार के मंत्री सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। स्वयं लखनऊ महापौर संयुक्ता भाटिय़ा भी क्षेत्रीय जलभराव को लेकर गंभीर हैं तथा नालों की सफाई हर हाल में पुरा करने का निर्देश दे चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के ही आला अधिकारी समस्या को लेकर गंभीर नहीं हैं। यूं कहें तो नगर निगम, लखनऊ भी जलभराव से निपटने में सक्षम नहीं दिखाई दे रहा है। जलभराव के सम्बन्ध में सरोजनी नगर सेकंड की हालत तो इतनी बदतर हो चली है कि हर तीसरे-चौथे दिन जलभराव को लेकर समाचार पत्रों की सुर्खियां बटोर रहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता अशोक कुमार ओझा का कहना है कि जलनिकासी के बिना कैसे होगा स्वच्छता अभियान।इसी संदर्भ में हमारी टीम ने अवध विहार क्षेत्र का शुक्रवार को दौरा किया तथा क्षेत्र की समस्याओं को जाना। हमने पाया की अवध विहार कॉलोनी के नाम से मशहूर कॉलोनी अवध क्षेत्र की खूबियों को भली प्रकार बखान कर रही है। यहां अवध विहार पार्क के आसपास से लेकर मेट्रो स्टेशन तक सड़क पर जलभराव देखते ही बन रहा है। यहां पार्क तो है परंतु पार्क के अंदर प्रवेश करने का रास्ता पूरी तरह जलमग्न है। यहां चारों तरफ फैली सीवर जल को देख कर कोई नहीं कह सकता है कि अभी लखनऊ में मानसून नहीं आया है। पहली नजर में देखने से तो ऐसा ही लग रहा है कि शायद जोन-5,नगर निगम के हमारे अधिकारियों को खुद ही नहीं पता है कि इस समस्या से कैसे निपटा जाए। यहां की जनता के बीच बढ़ते जन आक्रोष को देखते हुए यहां नगर निगम के अधिकारियों ने पम्प के द्वारा अस्थाई रूप से जलभराव को कम करने की कोशिश की । परंतु ये अस्थाई सामाधान सरोजनी नगर सेकंड के किन-किन कालोनियों में और कब तक किया जाएगा। जबकि सारे सरोजनी नगर सेकंड की कालोनियां ही जलभराव से बजबजा रहीं हैं। सरोजनी नगर सेकंड के ज्यादातर मुख्य मार्ग धीरे-धीरे तालाब में तब्दील हो रहें हैं। सीवर जल निकासी की कोई भी व्यवस्था ही नहीं है।
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जनता नगर निगम के अधिकारियों से पुछना चाहती है कि इन सभी कालोनियों की जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान कब तक विभाग निकाल पाएगा। आपको यह भी बताते चले कि सरोजनी नगर सेकंड की एक दर्जन से अधिक कालोनियां जलभराव से बदहाल है। इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम, जोनल कार्यालय के अधिकारियों के पास भविष्य की कोई योजना भी वर्तमान समय में नजर नहीं आ रही है। शायद अधिकारियों को स्वयं ही नहीं पता है कि सरोजनी नगर सेकंड की जलभराव की समस्या का किस तरह से स्थाई समाधान निकाला जाए। मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि इस समस्या का इलाज संभवतः कानपुर रोड मुख्य मार्ग पर जल निकासी हेतु वृहत नाला का निर्माण किया जाना हो सकता है। जिसे लेकर वर्तमान लखनऊ नगर निगम प्रशासन गंभीर नहीं है। यहां बताते चलें कि अवध विहार कॉलोनी, बदाली खेड़ा, तपोवन नगर आजाद नगर, रुस्तम बिहार,समा बिहार, आदि संभवतः इस क्षेत्र की सबसे ज्यादा जलभराव से प्रभावित कॉलोनीयां हैं। इन क्षेत्रों में हर चौथे-पांचवें प्लाट में सालों से सीवर का पानी भर रहा है। जो कभी भी महामारी की में तब्दील हो सकता है। जबकि इन कालोनियों में पहले से ही डेंगू, मलेरिया की शिकायतें आ रहीं हैं।
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