Breaking News

फैसला :: संत रामपाल दो मामलों में बरी, जेल में ही रहेंगे

डेस्क : हरियाणा के बरवाला स्थित संतलोक आश्रम संचालक संत रामपाल के खिलाफ चल रहे चार केसों में से दो केसों में हिसार कोर्ट आज फैसला सुनाया. बीते बुधवार को संत रामपाल के खिलाफ दर्ज धारा 201, धारा 426, धारा 427 और धारा  443 के तहत पेशी हुई थी। अदालत ने संत रामपाल को धारा 426 और 427 वाले मामले से बरी कर दिया है।

हिसार की जिला अदालत ने रामपाल को बंधक बनाने और पुलिस के हमला करने के मामले से बरी कर दिया। हालांकि देशद्रोह और हत्या का मामला अभी चलता रहेगा। रामपाल जब तक सभी मामलों में बरी नहीं होता तब तक वो जेल में ही रहेगा।

गौरतलब है कि कबीर पंथी विचारधारा के समर्थक संत रामपाल दास देशद्रोह के एक मामले में इन दिनों हिसार जेल में बंद हैं. हिसार के बरवाला में तीन साल पहले हुए विवाद के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. इससे पहले साल 2006 में भी रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था. रामपाल स्वामी रामदेवानंद महाराज के शिष्य हैं.

कौन है संत रामपाल
संत रामपाल दास का जन्म हरियाणा के सोनीपत के गोहाना तहसील के धनाना गांव में हुआ था. पढ़ाई पूरी करने के बाद रामपाल को हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर की नौकरी मिल गई. इसी दौरान इनकी मुलाकात स्वामी रामदेवानंद महाराज से हुई. रामपाल उनके शिष्य बन गए और कबीर पंथ को मानने लगे.

21 मई, 1995 को रामपाल ने 18 साल की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और सत्संग करने लगे. उनके अनुयायियों की संख्या बढ़ती चली गई. कमला देवी नाम की एक महिला ने करोंथा गांव में बाबा रामपाल दास महाराज को आश्रम के लिए जमीन दे दी. 1999 में बंदी छोड़ ट्रस्ट की मदद से संत रामपाल ने सतलोक आश्रम की नींव रखी.

2006 में स्वामी दयानंद की लिखी एक किताब पर संत रामपाल ने एक टिप्पणी की. आर्यसमाज को ये टिप्पणी बेहद नागवार गुजरी और दोनों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई. घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई. इसके बाद एसडीएम ने 13 जुलाई, 2006 को आश्रम को कब्जे में ले लिया. रामपाल और उनके 24 समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया. 2009 में संत रामपाल को आश्रम वापस मिल गया. उनके खिलाफ आर्य समाज के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी. 12 मई, 2013 को नाराज आर्य समाजियों और संत रामपाल के समर्थकों में एक बार फिर झड़प हुई. इस हिंसक झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गए.

Check Also

बिहार ANM बहाली पर हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, 10709 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ

डेस्क। पटना HC के आदेश के बाद ANM के 10709 पदों पर बहाली का रास्ता …

Instagram पर हुआ प्यार, रात के अंधेरे में गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा प्रेमी तो गुस्साए लोगों ने जमकर पीटा

डेस्क। बिहार के मुजफ्फरपुर में रात के अंधेरे में प्रेमिका से मिलने जाना एक युवक …

झंझारपुर में गरजे अमित शाह, बोले मोदी तीसरी बार भी बनेंगे प्रधानमंत्री

डेस्क। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झंझारपुर संसदीय क्षेत्र …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *