दरभंगा : ऐतिहासिक धरोहरों को बचाने के लिए ‘गौरवशाली दरभंगा’ की टीम ने रविवार को शहर के कामेश्वरनगर चौरंगी से ‘हमारी धरोहर हम संभालेंगे’ अभियान की शुरुआत की. लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया साथ ही इमारतों की सफाई के लिए अभियान भी चलाया.
इस अभियान में शहर के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. मानव श्रृंखला के जरिए करीब एक घंटे तक लोगों को जागरूक करने की पहल की गई. इस दौरान दरभंगा के ऐतिहासिक इमारतों को बचाने के लिए लोगों ने नारे भी लगाए.
एकता का शंखनाद “मानव श्रृंखला”
गौरवशाली दरभंगा टीम के सदस्यों द्वारा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर चौरंगी पर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया. गौरवशाली दरभंगा टीम के सारे सदस्यों के साथ आमलोग एक साथ खड़े होकर हाथ से हाथ जोड़कर मानव श्रृंखला बनाकर दरभंगा के लोगों को धरोहरों से प्यार करने का पैगाम दियें. दरभंगा के धरोहरों का इतिहास बहुत ही गौरवान्वित रहा है जो कि वर्तमान में धूमिल होता जा रहा है जिसका प्रमुख कारण हमारे द्वारा धरोहरों की उपेक्षा करना है।
इसलिए गौरवशाली दरभंगा के सभी सदस्य एक घंटे तक हाथ से हाथ जोडकर खडे होकर दरभंगा के नागरिकों से अपील किये कि दरभंगा के धरोहर हमारी संपत्ति ही नहीं बल्कि हमारी शान और गुमान भी है।इसलिए इसका संरक्षण करे ना कि इसका क्षरण होने दे।
’हमारी धरोहर हम संभालेंगे’ का नारा देते हुए लोगों ने इमारतों की सफाई की. साथ ही मानव श्रृंखला भी बनाया गया. देर शाम गौरवशाली दरभंगा नागरिकों को जागरूक करने के लिए दीपोत्सव का भी भव्य आयोजन किया.
गौरतलब है कि दरभंगा में आज भी ऐतिहासिक महत्व वाली कई ऐसी इमारतें हैं जो उदासीनता के शिकार हैं. इन इमारतों को संरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.