लखनऊ (राज प्रताप सिंह) : राजधानी के वजीरगंज थाने की पुलिस ने फर्जी वसीयत के कागज बनाकर जालसाजी करके संपत्ति बेचने के आरोप में श्याम बहार गुटखा के तथाकथित मालिक राहुल मिश्रा को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए जालसाज ने करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया है और इस पर कई जालसाजी के मुकदमें दर्ज हैं। आरोपी पिछले कई महीनों से छिपकर स्थान बदलकर रह रहा था। पुलिस की आहट पाते ही आरोपी चकमा देकर फरार हो जाता था। वजीरगंज थानाध्यक्ष पंकज सिंह एवं अंबर गंज चौकी इंचार्ज पंकज त्यागी के संयुक्त प्रयास से आरोपी मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस की टीम ने आरोपी को उसके घर से ही गिरफ्तार करने का दावा किया है। गौरतब है कि प्रदेश के बड़े गुटखा पान मसाला श्यामबहार के मालिकों पर पिछले दिनों कई मुकदमें दर्ज किये गए थे। गुटखा कम्पनी के मालिकों द्वारा अपनी विधवा बहू के बंद पड़े मकान को तोडक़र जमीनदोज करने का भी आरोप लगा था। इस मामले में अलीगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। पीडि़ता मीनाक्षी मिश्रा ने बताया कि उसके पति संजीव मिश्रा का देहान्त होने के बाद वह पति द्वारा अर्जित सम्पत्तियों की एक मात्र विधिक उत्तराधिकारी है।
राहुल मिश्रा एवं अन्य सहयोगियों पर दर्ज हैं कुल सात मुकदमें
- मु0अ0सं0 672/2016 थाना वजीरगंज।
- मु0अ0सं0 401/2016 थाना वजीरगंज।
- मु0अ0सं0 698/2016 थाना वजीरगंज।
- मु0अ0सं0 334/2016 थाना अलीगंज।
- मु0अ0सं0 66/2017 थाना अलीगंज।
- मु0अ0सं0 193/2016 थाना तालकटोरा।
- मु0अ0सं0 590/2016 थाना सरोजनी नगर।
विधवा बहू की संम्पति हड़पने का आरोप
उसकी सम्पत्तियों हो हथियाने के लिए उसके ससुर सुबोध मिश्रा सासए देवर व अन्य लोगों द्वारा स्वण् संजीव मिश्रा की एक फर्जी पंजीकृत विक्रय विलेख अपने पक्ष में निष्पादित कराया तथा उसी को आधार बनाते हुए उसकी सम्पत्ति को दिया। जबकि अपर जिलाधिकारी ;वित्त एवं राजस्वद्ध लखनऊ की जांच में उपरोक्त दोनों विलेख फर्जी पाये गए। निबन्धन कार्यालय के अधिकारियों की मिलीभगत से अपनी सगी विधवा बहू की संम्पत्तिए फर्जी वसीयत व बयनामा तैयार हड़पने का मामला प्रकाश में आया था। विधवा बहू की शिकायत पर करोड़ों के इस फर्जीवाड़े की जांच, आईजी स्टाम्प द्वारा करायी गयी तो पूरा फर्जीवाड़ा खुल गया। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर इस मामले में एक एफआईआर वजीरगंज थाने में दर्ज की गई थी। अपने खिलाफ तय कार्यवाई से बौखलाए गुटखा कम्पनी के मालिकों द्वारा पीडि़ता का अलीगंज स्थित बंद पड़े मकान को पूरी तरह से तोड़ दिया गया था। मीनाक्षी मिश्रा ने बताया कि चूंकि वह बाहर रहती हैए मकान तोड़े जाने की जानकारी होने पर कुछ दिन पूर्व लखनऊ आकर देखा, तो मकान को कुछ लोग तोड़ रहे थे। मौजूद लोगों ने बताया कि वह तो केवल मजदूर हैं। मालिक से बात कर लोए मालिक का फोन नम्बर मांगने पर उनके द्वारा कहा गया कि उनकेे पास कोई फोन नम्बर नहीं हैं। पूरे मामले की शिकायत अलीगंज पुलिस से की गईए जिस पर पुलिस ने 25 जुलाई 2016 को मुअसं 334ध्2016 धारा.452ए 427 आईपीसी के तहत दर्ज किया था। श्याम बहार पान मसाला की नींव रखने वाले संजीव मिश्रा की मौत के बाद से उनकी व्यक्तिगत सम्पत्ति को हड़पने का कुचक्र रचने वाला राहुल मिश्रा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। राहुल मिश्रा ने फर्जी वसीयत बनाकर उसे रजिस्ट्रार आफिस के अधिकारियों व कर्मचारियों से मिली.भगत करके असली साबित करके, संजीव मिश्रा की काफी सम्पत्ति को बेच डाला था। उक्त सम्पत्तियों की वास्तविक मालकिन मृतक संजीव मिश्रा की पत्नी मीनाक्षी मिश्रा को जब फर्जीवाडे की जानकारी हुई तो उन्होंने उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी। मृतक संजीव मिश्रा की श्याम बहार गुटखा के ट्रेडमार्क को भी राहुल मिश्रा ने गलत हलफनामें के आधार पर हथिया लिया। जिसके संबंध में भी वजीरगंज कोतवाली में ही एक अन्य मुकदमा दर्ज है। ज्ञात हो कि राहुल मिश्रा व उसके सहयोगी काफी समय से फरार चल रहे थे। जिसमें न्यायालय द्वारा दो मुकदमों में गैर जमानतीय वारन्ट भी जारी किया गया था। 10 अक्तूबर 2017 को वजीरगंज थानाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह एवं चौकी इंचार्जए अंबर गंज ;थाना सआदतगंजद्धए पंकज त्यागी के संयुक्त प्रयास से राहुल मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया।