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बिहार :: अस्पताल प्रबंधन के विरोध में फ्रेंड्स ऑफ आनंद द्वारा आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन

बेगूसराय (आरिफ हुसैन) : जीवित मरीज को सदर अस्पताल के एंबुलेंस चालक के द्वारा पीएमसीएच ले जाने के नाम पर मोकामा बायपास में फेंक देने की घटना से आक्रोशित होकर फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने आज प्रतिरोध मार्च निकालकर ट्रैफिक चौक पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। अस्पताल प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं का क्रांतिकारी जत्था वीर कुंवर सिंह चौक स्थित पार्टी कार्यालय से हुलास कुमार और प्रियांशु कुमार के नेतृत्व में अस्पताल प्रबंधन के विरोध में गगनभेदी नारेबाजी करता हुआ निकला और लोहिया नगर रेलवे गेट होते हुए ट्रैफिक तक पहुंचा जहां सौरभ मिश्रा की अध्यक्षता में एक सभा हुई। सभा को संबोधित करते हुए फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष प्रदीप क्षत्रिय ने कहा कि यह पूरी तरह से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला है। इस तरह की घटना को जानकर सभ्य समाज स्तब्ध रह गया है। हमारा संगठन दोषी एंबुलेंस चालक पर एफआईआर दर्ज कर उसे अविलंब गिरफ्तार करने की मांग करता है। एसआईटी गठित कर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता है। संगठन यह जानना चाहता है कि आखिर कितने मरीजों को पीएमसीएच ले जाने के नाम पर मोकामा बाय पास में फेंका गया है और किसके इशारे पर फेंका गया है। पटना जाने के नाम पर सरकार से जो डीजल लिया जाता है एंबुलेंस चालक मोकामा बाय पास में ही मरीज फेंक कर लौट जाते हैं। डीजल घोटाले की भी उच्च स्तरीय जांच की मांग हमारा संगठन करता है। सूचना के अधिकार के तहत हम लोग अस्पताल प्रबंधन से मांग करेंगे कि पिछले दो वर्षों के दौरान कितने लावारिश गंभीर मरीजों को पीएमसीएच भर्ती किया गया है उसकी रसीद उपलब्ध कराएं। अगर हमारी मांगों की अनदेखी की गई तो हमारा संगठन उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगा। सभा को संबोधित करते हुए संगठन के संयोजक रमन शार्दुल ने कहा कि यह मानवाधिकार के उल्लंघन का मामला है। हमलोग इसकी चिट्ठी मानवाधिकार आयोग को भी लिखेंगे। उच्च स्तरीय जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। यह सरासर जीवन से खिलवाड़ का मामला है। हमारा संगठन इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। सदर अस्पताल की बदहाली अपने चरमोत्कर्ष पर है। गंभीर मरीजों के ईलाज की कोई सुविधा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। उसपर मरीज फेंकने की इस घटना से शहरवासियों के सब्र का पैमाना छलकने के कगार पर है। उग्र आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार हो रही है। इसकी सारी जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन और राज्य सरकार के उपर होगी। सभा का संचालन संजय सारंग ने किया। मौके पर धनंजय कुमार, मोनू कुमार, बंटी कुमार, किशन कुमार, शशिकांत सिंह, राहुल कुमार, अमन कुमार, आदित्य कुमार, चुनचुन राम, मो. जावेद, मो. अब्बास, भुवन शाह, उमेश सिंह, तारणी सिंह, दिवाकर महतो सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की और दोषी एंबुलेंस चालक की गिरफ्तारी की मांग की।

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