मधुबनी/संवाददाता।
जेपी सेनानी व सामाजिक कार्यकर्ताओं को फिर से संघर्ष करना होगाःराउत
मधुबनी में राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता एवं जेपी आंदोलनकारियों के समागम का आयोजन
स्थानीय सुड़ी स्कूल चौक स्थित होटल राज में लोहया जेपी कर्पुरी समता परिषद द्वारा आयोजित जेपी जयंती सह लोक बन्धु राज नारायण के जन्म शताब्दी के अवसर पर राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता एवं जेपी आंदोलनकारियों का एक समागम का आयोजन हआ। जिसका उदघाटन सामावादी चिंतक भाई शिव कुमार ने दिप प्रजोति कर किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि देष एवं राजनीतिक दोनों संक्रमण काल से गुजर रहा है। कई तरह की ताकत एक साथ मिलकर दुष्य विचार का प्रचार कर राजनीतिक को बदनाम कर संगठित अभियान चला रहा है,जिसमें सोषल मिडिया की भुमिका अहम है। उन्होने कहा कि जेपी सेनानियों एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं को उन ताकतों के विरोध गोलबन्द होना पड़ेगा तभी जाकर देश में लोकतंत्र सुरक्षित रह पाऐगा। श्री कुमार ने कहा कि आज विधालयों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में बताया जाता है कि वह सत्यवादी थे एवं आहंसा के पुजारी थे। लेकिन यह नही बताया जाता है कि यह दुनिया के सबसे बड़े सत्याग्रही थे जिसमें अंन्याय के विरोध प्रतिकार करने का हत्थयार का उपयोग किया। ऐसा इस लिए नही बताया जाता है कि शासन के अत्याचार के विरोध नौजवानों में अत्मबल पैदा हो। वही परिषद के अध्यक्ष हनुमान प्रसाद राउत ने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी किसानों के हालात बत्तर होती जा रही है। एैसा इस लिए कि सरकार की नियत ठीक नही है एवं इच्छा शक्ति कमजोर रहने के कारण 1 अप्रील 2002 से 31 मार्च 2017 तक देष में 2 लाख 34 हजार किसान कर्ज सोंच में अत्महत्या कर चुके हैं। वही बेरोजगारी से तंग आकर 19 हजार नौजवान अपनी जान दे चुके है एवं 9 हजार 9सौ छात्र आर्थिक अभाव से उच्च शिक्षा प्राप्त नही होने के कारण मौत को गला लगा लिया। इसी तरह 10 एकड़ जमीन के मालिक जिस की संख्या 6 करोड़ 25 लाख है आज वह मात्र एक एकड़ जमीन का मालिक रह गया है। आर्थिक विसमता हाल यह है कि एक एकड़ तक खेती करने वाले किसान का वार्षिक अमदनी 30 से 40 हजार रुपया है तो सरकारी कार्यायों में काम करने वाले सब से निचले कार्मचारी का वेतन 20 रुपया मासिक है। जेपी सेनानियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को उस के विरोध संघर्ष करना होगा,यही जेपी एवं राज नारायण के प्रति सच्ची श्रधांजली होगी। इस अवसर पर सामाजवादी विचारक तारकेश्वर सिंहा,जेपी सेनानी उमेश राय,विजय कुमार सिंह,प्रदीप कुमार सिंह पप्पु,सुभेष चन्द्र झा,ओमप्रकाष पोद्दार,राजदेव दास,रामनन्द साह,अषोक कुष्वाहा,कामेश्वर कामत,राजकुमार कारक,तेज नारायण झा,मनोज कुमार पुर्वे,राकेश कुमार समेत कई जेपी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी सम्बोधित किया। वही मंच संचालन सामाजिक नेता सीतेष चन्द्र ठाकुर ने किया।