संजय कुमार मुनचुन। पटना।
नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने बिहार में क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का जनाजा निकलवा दिया है। क़ानून के रखवाले ही बेक़सूर नागरिकों को मार रहे है। अभी गाँव-पडरी पतलुहीया, थाना- भगवानपुर, ज़िला- कैमूर पहुँचा हूँ। विगत 20 दिसंबर को यहाँ आदिवासी समाज के एक निर्दोष ग्रामीण श्री पूर्ण चेरो को पुलिस ने तानाशाही तरीक़े से उठाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। बुरी तरह पीटने के बाद उसके लहूलूहान शरीर को लेकर प्रशासन उसे वाराणसी से कैमूर तक घुमाता रहा। उसके प्राण लेने के बाद उसके परिवार वालों को पोस्टमोर्टम के बहाने बरगलाते रहे और अंत में उनका शव भी उन्हें नहीं सौंपा।
नीतीश कुमार ज़ुल्म करने वाले अधिकारियों के रक्षक है। ग़रीबों को निर्मम तरीक़े से अपने पुलिसिया तंत्र से मरवाकर उनके ख़ून से मुख्यमंत्री किसका चेहरा चमकाना चाह रहे है? शराबबंदी के नाम पर ग़रीबों को प्रताड़ित किया जा रहा है। एक तरफ़ प्रशासन से नीतीश कुमार ग़रीब, वंचित और शोषित समाज को प्रताड़ित करवा रहे है और दूसरी तरफ़ बडका समाज सुधारक का चोला पहने घूम रहे है। नीतीश जी को समाज से पहले अपने प्रशासन को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। और समय बचे तो ख़ुद भी चिंतन करना चाहिए कि वो ग़रीबों पर ज़ुल्म क्यों ढहा रहे है।