डेस्क : मोतिहारी के एनएच-28 पर कोटवा क्षेत्र में बंगरा के समीप मोगा होटल के पास मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही UP-75AT- 2312 नंबर की बस अचानक पलट गई जिससे उसमें आग लग गई। बस में लगी आग से 25 से ज्यादा लोगों की झुलसकर मौत हो गई, यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक बस में पचास से ज्यादा लोगों के बैठने की जगह थी, लेकिन बस में 32 लोग ही सवार थे, जो मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रहे थे। कहा जा रहा है कि बस की रफ्तार तेज थी और एक गड्ढ़े की वजह से असंतुलित होकर पलट गई और उसमें आग लग गई। देखते ही देखते बस धू-धूकर जलने लगी। बस में सवार लोगों को निकलने का मौका भी नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने धुंआ देखा तो पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। लोगों ने खुद से बस की आग को बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लोगों को बचाने में मुश्किल आई और लोग मात्र पांच यात्रियों को ही बस से बाहर निकाल सके जो बुरी तरह से घायल हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।घायलों में श्रृति कुमारी दरभंगा, संजीव कुमार समस्तीपुर, चिंटू चौधरी समस्तीपुर, राजदेव यादव मुजफ्फरपुर, रिंकू कुमारी व अमित कुमार बेगूसराय शामिल हैं। घटनास्थल पर जिलाधिकारी रमण कुमार व पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा पहुंच चुके हैं और घटना की पूरी जानकारी ले रहे हैं। बस के नीचे एक कार व बाइक के भी दबे होने की सूचना मिल रही है।
घटना पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक और सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की है। सूचना मिलते ही पूर्वी चंपारण के डीएम रमण कुमार व एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने वहां का जायजा लिया। साथ ही बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मोतिहारी एसपी ने बताया कि कुल 20 लोग बस में होंगे। उधर, मुजफ्फरपुर स्थित बैरिया बस स्टैंड में बस बुकिंग सेंटर के कर्मचारी घटना की सूचना मिलते ही फरार हो गए। हालांकि, अहियापुर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहां से बुकिंग रजिस्टर व बुक टिकट भी जब्त कर लिया है। देर शाम बस में सवार कई यात्रियों के परिजन स्टैंड में पहुंचे और खोज-खबर लेते रहे।
मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही थी बस
मिली जानकारी के मुताबिक साहिल बस सर्विस की बस मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड से दिल्ली के लिए खुली थी। बस में 50 यात्रियों के सवार होने की जगह थी। बस मालिक संतोष कुमार दुर्घटना के बाद से फरार है। बताया जा रहा है कि फर्जी नंबर लेकर बस का परिचालन किया जा रहा था।
घायल यात्रियों ने बताया कि बैरिया बस स्टैंड से बस दोपहर सवा दो बजे खुली थी। अपराह्न करीब चार बजे जैसे ही बस कोटवा पहुंची कि एक बाइक सवार तेजी सामने आ गया। उसे बचाने के चक्कर में बस चालक ने अचानक ब्रेक लगाई और नियंत्रण खो दिया। बस सड़क किनारे 15 फीट गड्ढे में जा गिरी और उसमें आग लग गई।
मृतकों की संख्या को लेकर विवाद
घटना में मरने वालों की संख्या को लेकर अभी पुष्टि शेष है। पहले 27 लोगों के जिंदा जल जाने की बात आई, फिर एक दर्जन लोगाें के मरने की बात कही गई। इसके बाद सात, फिर पांच यात्रियों के जलकर मरने की बात कही गई। अब कहा जा रहर है कि बस में मानव शरीर के जले अवशेष मिले ही नहीं हैं। हालांकि, इस बाबत फिलहाल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है।
बस का हो रहा था अवैध परिचालन
बिहार राज्य ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष ने कहा कि मुजफ्फरपुर से दिल्ली के लिए बस का अवैध परिचालन किया जा रहा था। इसपर रोक लगाने की मांग परिवहन विभाग से की गई थी। सभी डीटीओ को भी पत्र लिखा गया था। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई और यह हादसा हो गया। तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त ने भी बस परिचालन को अवैध बताया है।