बृजेश कुमार रावत
लखनऊ।मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 20 जून को देश के किसानों से सीधा संवाद कराये जाने का निर्देश सीएससी को दिया था।इस क्रम में आज लखनऊ जनपद के लगभग 300 सीएससी केंद्रों पर प्रधानमंत्री के संवाद का लाईव टेलीकॉस्ट किया गया. जिसे करीब 16000 किसानों द्वारा चिलचिलाती धूप की परवाह किए बगैर,देखा और सुना गया।
प्रधानमंत्री द्वारा किसानों को कृषि के क्षेत्र में हुई प्रगति एवं विकास के बारे में बताया गया।उन्होंने कहा कि 600 कृषि विज्ञान केंद्र और 2 लाख किसान भाई बहनों से जुड़ने का और अनुभव जानने का दुर्लभ अवसर प्राप्त हआ । उन्होंने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने का पूरा श्रेय किसानों को जाता है । लेकिन समय के साथ किसान का अपना विकास सिकुड़ता चला गया । शुरू से ही देश के किसानों को उनके नसीब पर छोड़ा गया । उन्होंने कहा कि हर सोच को बदलने के लिए प्रयास की जरूरत थी, बदलते युग के अनुसार बदलाव करने की जरूरत थी । लेकिन हमने बहुत देर कर दी । पिछले चार सालों में हमने जमीन रख रखाव से लेकर उत्तम बीज, बिजली पानी उपलब्धता से बाजार उपलब्ध करवाने तक पूरा प्रयास किया है। 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है । मोदी जी ने देश के विभिन्न क्षेत्रों के कुछ किसानों से बात भी किया एवं उनके सुझावों को भी सुना।
तत्पश्चात सीएससी केंद्रों पर उपस्थित किसानों को ग्राम्य स्तरीय उद्दमियों द्वारा सीएससी सेंटर्स द्वारा दी जा रही सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया जैसे इ- पशु चिकित्सा,टेली मेडिसिन, इफ्को,रेलवे,प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना,कैशलेस ट्रांजेक्शन एवं स्वच्छता सम्बंधित सेवाओं के बारे में बताया गया।सीएससी द्वारा प्रदत्त सेवाओं की किसानों ने मुक्त कंठ से सराहना की।