माल,रामकिशोर रावत
माल,लखनऊ।माल विकासखंड मे ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारियों की खाओ कमाओ नीति के चलते स्वच्छ भारत मिशन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ग्राम पंचायतों में बनवाए जा रहे शौचालय एवं नाली निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है जिसके चलते लगभग 1 माह पूर्व फूलचंद का शौचालय 24 घंटे के अंदर ही गिर गया था जिसके बाद भी ठेके पर शौचालय व नालियां बनवाई जा रहे हैं जो सिर्फ शोपीस ही तैयार की जाती हैं। माल विकासखंड की ग्राम पंचायत करेंद में शौचालय बनवाए जा रहे हैं जिसमें घटिया सामग्री से निर्माण कराए जा रहा है। जिनमें अधिक मात्रा मे बालू का प्रयोग की जा रहा है।जबकि लगभग 1 माह पहले फूलचंद का शौचालय 24 घंटे के अंदर ढह गया था जिसके बाद भी ठेके पर ही बनवाए जा रहे हैं शौचालय। वही भवानीपुर गांव में पक्की नाली का निर्माण कार्य कराया गया जिसमें सबसे अधिक मात्रा बालू का प्रयोग किया गया। जिस में मौरंग का तो नाम ही नहीं देखने को मिला। जिसमें पीले ईटो का प्रयोग किया गया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जो शौचालय बना लिया बनाई जाती हैं तुरंत प्लास्टर करवा दिया जाता है जिससे ईट व मसाला ना दिखाई दे।ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यह कार्य ठेके पर कराया गया है जो सिर्फ शो पीस ही बनाकर तैयार की गई है। यह सब खेल ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत के चलते किया जाता है कोई भी जिम्मेदार मौके पर जाने की जरूरत ही नहीं समझता है। सूत्रों की माने तो शौचालय नाली निर्माण में जितनी कम कीमतों पर कार्य को कराया जाता है जो पैसा बचता है उसमें ग्राम प्रधान व सचिव सुविधा शुल्क बराबर लिया जाता है।