दरभंगा : करीब 12 सालों के बाद दरभंगा जिला नीलाम पत्र वाद शाखा का निरीक्षण डीएम द्वारा किया गया। इसके पूर्व वर्ष 2006 में तत्कालीन जिला पदाधिकारी के द्वारा जिला नीलाम पत्र वाद शाखा का निरीक्षण किया गया था। जिला पदाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह के
द्वारा शुक्रवार सुबह 10 बजे यह निरीक्षण किया गया। जिला नीलाम पत्र वाद शाखा से मुख्यतः सरकारी राशि अथवा ऋण की वसूली से संबंधित कार्य किया जाता है।
विभिन्न विभागों के अनुरोध पर नीलाम पत्र वाद दायर करके नीलाम पत्र पदाधिकारी के माध्यम से अग्रतर कार्रवाई की जाती है। दरभंगा जिला में कुल 13 हजार 13 वाद के दायर होने की एवं इनमें कुल 82 करोड़ 29 लाख रूपये के निहित होने की जानकारी दी गई। दायर कुल वादों में से 315 वादों के निष्पादित हाेने एवं इनमें 03
करोड़ 50 लाख की वसूली होने की जानकारी दी गई। जिला पदाधिकारी ने इसमें और तेजी लाने का निर्देश दिया। प्रमंडलीय आयुक्त के द्वारा जिला के कुल 55 पदाधिकारियों को नीलाम पत्र वाद की शक्ति प्रदान की गई है, इन नीलाम पत्र वाद पदाधिकारियों के द्वारा वादों का निस्तारण किया जा रहा है।
निरीक्षण के क्रम में कार्यालय एवं अभिलेखों का रख-रखाव संतोषजनक पाया गया जबकि वारंट के तामिला की स्थिति असंतोषजनक पाई गई। विभिन्न थानों के स्तर पर कुल 1263 वारंट लंबित पाया गया। इस मुख्य समस्या के समाधान हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक से विशेष अभियान चलाकर लंबित वादों का तामिला करवाने हेतु अनुरोध पत्र भेजने का निर्देश दिया गया। प्रखण्डवार एवं नीलाम पत्र वाद पदाधिकारीवार कुल 20 बड़े बकायेदारों की सूची प्रदर्शित करने का भी निर्दश दिया गया। जिला में कुल 5 लाख से अधिक के कुल बकायेदारों की संख्या 97 है। इन लोगों के पास लगभग 15 करोड़ की राशि बकाया है। सवर्प्रथम बड़े बकायेदाराें के विरूद्ध विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।