लखनऊ,ब्यूरो:राज प्रताप सिंह।
बीकेटी,लखनऊ।बिजली विभाग और विजलेंस टीम की लाख कोशिश के बावजूद कटियाबाजो पर लगाम लगाने में फेल साबित हो रही है। टीम एक तरफ अभियान चलाकर आती है। कटियाबाज फिर अपना काम शुरू कर देते है, जिसमें विभागीय कर्मियों की मिलीभगत उजागर होती है।
बीकेटी के पृथ्वीपुर गांव में कटिया बाजो की जो हकीकत शनिवार को उजागर हुई उसने बिजली विभाग के उन दावों की हवा उड़ा दी है, जिसमे बिजली चोरी पर लगाम लगाने की बात कही जा रही है। हर महीने बिजली कर्मियों को रुपये देकर कटिया लगाने वाले ग्रामीणों कहते है कि लाइनमैन को पैसे देते हैं। अगर कोई अधिकारी बिजली चेकिंग करने आता है तो बिजली कर्मचारी फोन पर इसकी पहले ही जानकारी दे देते हैं। ग्रामीण तारों में फंसी कटिया उतारकर घर में रख लेते हैं और टीम के जाने के बाद फिर से कटिया लगाकर अपने उपकरण चलाते है।
बिजली कर्मी चलते है खुद का पावर हाउस
ग्रामीणों बताते है कि कनेक्शन लेने बहुत झंझट है लेकिन लाइनमैन और अन्य कर्मी को महीने में अगर दो सौ रुपये भी दे दिया तो फिर चाहे हीटर चलाओ चाहे फ्रिज टीवी कोई नही देखने वाला न मीटर रीडिंग की चिकचिक और न अधिक बिल का टेंशन। बिजली वाले हर महीने खुद आकर रुपये ले लेते है।
खुली लाइने बनी कटिया बाजो की मददगार
खुले तारों पर फैला कटिया का मकड़जाल ग्राम पंचायत सही पुरवा, पहाड़पुर, अर्जुनपुर, सरसवां, खनतारी, देवरी, बनकट, शेरपुर, मंझोरिया, बीरमपुर, शिवपुरी, कोडरी, पलहरी, लक्ष्मीपुर, खानीपुर, शाहपुर नजूल, विश्राम पुरवा, जगदीशपुर, कमला बाद बड़ौली, सरौरा रायपुर, रपरा, रायपुर, राजापुर, सरैया बाजार ठाकुर, राजा पुरवा, महोना क्षेत्र अंतर्गत रमपुरवा पट्टी अमानीगंज मामपुर बाना ,बरगदी मगठ में बिजली चोरी कर रहे है। जहां एबीसी लाइन डाली गई है वहां पर भी कटियाबाजो ने तोड़ निकाल लिया है लेकिन खुली लाइने बेहद आसान है।