(संजय कुमार मुनचुन) बेतिया
मैनाटाड़।
दहेज प्रथा और बाल विवाह को समाज से उखाड़ फेंकने के रविवार को बनने वाले मानव श्रृंखला में नियोजित शिक्षक भाग नहीं लेंगे। शनिवार को बीआरसी में बैठ कर नियोजित शिक्षकों ने मानव श्रृंखला का विरोध किया। और एक स्वर में कहा कि किसी भी सूरत में मैनाटाड़ प्रखंड के नियोजित शिक्षक मानव श्रृंखला में भाग नहीं लेंगे। नियोजित शिक्षक खालिद सैफुल्लाह, राजू कुमार, महेश्वर कुमार, श्याम सुंदर प्रसाद सहित कईयों ने बताया कि हमलोग दहेज प्रथा और बाल विवाह को समाज से उखाड़ फेंकने के समर्थन में है। लेकिन सरकार की जबर्दस्ती थोपी गयी नियम मानव श्रृंखला को हरगिज नहीं सहेंगे। सरकार को शिक्षकों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। लेकिन मानव श्रृंखला पर करोड़ों रूपये खर्च करने के लिए पैसे हैं। सरकार की हिटलरशाही हम सभी नियोजित शिक्षक कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौके पर नियोजित शिक्षकों ने सरकार विरोधी नारेबाजी भी की।