वजीरगंज के सुदूर देहाती क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगा रहे प्रियांशु किड्स अकादमी ने मनाया शिक्षा महोत्सव ।
बिहार/गया/ (अजय कुमार) :वजीरगंज (गया)राष्ट्रपति का बेटा हो या भंगी की संतान ,सबको शिक्षा एक समान से ही देश में शिक्षा की बदहाल दशा एवं दिशा में गुणात्मक परिवर्तन किया जा सकता है।उक्त बातें वजीरगंज प्रखंड के सुदूर देहाती क्षेत्र पतेड़ गांव में शिक्षा का अलख जगा रहे प्रियांशु किड्स अकादमी के निदेशक महेश कुमार सुमन के द्वारा आयोजित भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फूले के जन्म दिन मौके पर शिक्षा महोत्सव के मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व अतरी विधायक सह गया कॉलेज ,गया के हिन्दी प्राध्यापक डॉ कृष्णनंदन यादव ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा ।उन्होंने कहा की आजादी के पहले अंग्रेजी हुकूमत में माता सावित्री बाई फूले ने जो दलितों एवं महिलाओं में जो शिक्षा का अलख जगाने का काम किया इससे हमें सीख लेने की आवश्यकता है ।उन्होंने कहा कि सरकार को यहाँ की शिक्षा में सुधार के लिये मनुवादी विचारधारा को छोड़ते हुए वैज्ञानिक विचारधारा को अपनाने की आवश्यकता है।विशिष्ट अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र सह हम के युवा नेता डॉ संतोष कुमार सुमन ने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसी अनमोल रत्न है, जिसे कोई चुरा नहीँ सकता ,इस अनमोल रत्न को जितना लुटाया जाय यह उतना ही बढ़ता जाता है ।अतः हमें शिक्षा रूपी रत्न को बाँटने की आवश्यकता है ताकि हमारा देश शिक्षित राष्ट्र बन सके।इस कार्यक्रम की शुरुआत माता सावित्री बाई फूले की तस्वीर पर अतिथिगण के माल्यार्पण कर की गई तत्पश्चात सभी अतिथियों का विद्यालय निदेशक महेश कुमार सुमन ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।शिक्षा महोत्सव में गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के कवियों द्वारा कविता पाठ ,विद्यालय के बच्चों द्वारा नाटक एवं लोक गायक मुरारी यादव के शिक्षा गीतों से दर्शक दिन भर झूमते रहे ।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।इस मौके पर जिला परिषद सदस्य अजीत कुमार ,पंचायत मुखिया कृष्णा यादव ,समाजसेवी डब्लू यादव ,ज्ञान प्रकाश सर ,कवि संजीत कुमार किरण वाला ,संगीता सिन्हा ,सुरेन्द्र सिंह सुरेन्द्र ,अरुण हरलीवाल ,सुमन्त जी ,मनीलाल आत्मज ,कुमार आर्यन सहित सैकड़ो की संख्या में छात्र छात्राओं ,अभिभावकों व ग्रामीण मौजूद थे ।