दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के फिर बंटवारे की प्रबल संभावना है। इससे पहले विवि को 1993 में बांटकर भूपेंद्र नारायण मंडल विवि, मधेपुरा का निर्माण हुआ था। अब मुंगेर विवि की स्थापना हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग को विवि स्थापना संबंधी धरातल के कार्यों को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया है, ताकि नये विवि में शीघ्र काम कार्य शुरू किया जा सके।
विवि की स्थापना से संबंधित विधेयक अधिनियम की प्रक्रिया पहले पूरी की जा चुकी है। तिलकामांझी भागलपुर विवि के कई जिले के कॉलेजों सहित मिथिला विवि के बेगूसराय जिला स्थित कॉलेजों को इस नए विवि में शामिल किए जाने की योजना है।
सत्तर हजार से अधिक छात्र जाएंगे नए विवि में
ललित नारायण मिथिला विवि के करीब 71 हजार छात्र नए विवि में चले जाएंगे। बेगूसराय जिले में पांच अंगीभूत व दो संबद्ध कॉलेजों के अलावा चार बीएड कॉलेज हैं जो नए विवि में चले जाएंगे। अंगीभूत कॉलेजों में बेगूसराय का जीडी कॉलेज, एसके महिला कॉलेज, एसबीएसएस कॉलेज व एपीएसएम कॉलेज, बरौनी व आरसीएस कॉलेज, मझौल शामिल हैं। इसके अलावा दो संबद्ध कॉलेजों में आरसीएसएस कॉलेज, बीहट व आरबीएस कॉलेज, तिआई हैं। इसके अलावा चार बीएड कॉलेज हैं। इन में एमएम रहमानी बीएड कॉलेज, दामोदरपुर -बरौनी, श्याम स्कूल ऑफ एजुकेशन, तेघरा, मेघराज मेमोरियल बीएड कॉलेज, फुलवरिया, बरौनी तथा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, विक्रमपुर-मझौल शामिल हैं।
खेल में भी होगा नुकसान
मिथिला विवि के खेलों की विश्वविद्यालय स्तरीय टीमों में बेगूसराय के खिलाड़ी शामिल हैं। विवि खेल व संस्कृति के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर काफी लोकप्रियता हासिल कर चुका है। विशेषकर हैंडबॉल व कबड्डी की पुरुष और महिला टीमों में भरपाई करना मुश्किल हो जाएगा। वॉलीबॉल टीम भी आंशिक रूप से प्रभावित होगी। संस्कृति के क्षेत्र में भी बेगूसराय जिला का वर्चस्व रहा है लेकिन हाल के समय में समस्तीपुर भी टक्कर देने लगा है।
पूछे जाने पर खेल एवं संस्कृति अधिकारी डॉ. अजय नाथ झा ने कहा कि इस क्षेत्र में नुकसान की भरपाई के लिए विवि प्रशासन सतर्क है और पहले से ही कार्य योजना बनाकर प्रयास जारी है। इसके अलावा बेगूसराय के राज्य स्तरीय खिलाड़ी नए विवि के बजाय पुराने विवि में रहने के इच्छुक हैं, वे समस्तीपुर के कॉलेजों में नामांकन करा सकते हैं।
पूछे जाने पर कुलसचिव डॉ. मुस्तफा कमाल अंसारी ने कहा कि विश्वविद्यालय को कोई औपचारिक सूचना इसके संबंध में नहीं है। बहुत पहले पटना में हुई एक बैठक में चर्चा हुई थी। कहा गया था कि एक कमेटी बनेगी। अब तक कमेटी के संबंध मे भी कोई सूचना नहीं मिली है।