लखनऊ,ब्यूरो:राज प्रताप सिंह
लखनऊ। शुक्रवार राजधानी के पुलिस विभाग में चर्चा में रहने वाले पुलिस इंस्पेक्टर गिरजा शंकर त्रिपाठी और राघवन कुमार सिंह को सीएम पोर्टल पर लगातार शिकायतें मिलने के कारण जिले से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया | जिसके कारण पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है |
असल में सीएम पोर्टल पर दोनों के खिलाफ बहुत अधिक शिकायते आ रही थी जिसकी जाँच आईजी जयनारायण सिंह को सौंपी गयी थी। जाँच में दोनों दोषी पाये गये। मामले की गंभीरता को लेते हुए गिरजाशंकर त्रिपाठी को सीतापुर और राघवन कुमार सिंह को उन्नाव तबादला किया गया हैं। दोनों की अच्छी पहुंच के चलते निलंबन के बजाय लखनऊ से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
राघवनसिंह के खिलाफ व्यापारियों समेत अनेक लोग शिकायतें की थी। राघवनसिंह पर अवैध खनन को सह देना,पीड़ितों केस की धाराएं हटा कर आरोपियों को फायदा पहुंचाने के आरोपों की शिकायतें आईजी और सीएम के पोर्टल पर जा रही थीं। मुतक्कीपुर निवासी मुजीद बेग के ऊपर हुए जानलेवा हमला और लूट का मुकदमा तो राघवनसिंह ने हीलाहवाली के बाद दर्ज किया था। लेकिन जाँच में लूट व अन्य धाराओं को हटा कर केस को कमजोर करने का आरोप पीड़ित ने लगाया था।
मुजीद बेग ने अपने केस की जाँच मड़ियांव थाने से अलग किसी अन्य थाने के दारोगा से करानी मांग ईजी जयनारायण सिंह से उसने शिकायत भी की थी। इसी से कुछ शिकायतें गाजीपुर इंस्पेक्टर गिरिजाशंकर त्रिपाठी की भी लगातार मिल रही शिकायतों के कारण राघवनसिंह और गिरिजाशंकर त्रिपाठी को जिले से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।