200 प्राइवेट स्कूलों पर लगेगा ताला, शासन ने दिए जांच के आदेश
राज प्रताप सिंह(उत्तर-प्रदेश राज्य प्रमुख)
लखनऊ।राजधानी के करीब 200 निजी स्कूलों के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए गए हैं। इन स्कूलों को बीते वर्षों में यूपी बोर्ड के नियमों में छूट देकर मान्यताएं बांटी गई थी। शासन ने इन सभी स्कूलों में मानक के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। मानक पूरे न होने की स्थिति में इनकी मान्यता समाप्त की जाएगी। अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद शिव प्रकाश द्विवेदी ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
शैक्षिक सत्र 2007-08 में बड़ी संख्या में निजी स्कूलों को नियमों को शिथिल करके यूपी बोर्ड की मान्यता बांटी थी। इसमें, स्कूल प्रबंधन को समयसीमा दी गई थी। जिसमें, उन्हें मानक पूरे करने थे। राजधानी में करीब 200 ऐसे निजी स्कूलों के नाम सामने आए हैं जिन्होंने अभी तक मानक पूरे नहीं किए ।
इनकी आड़ में फैल रहा नकल माफिया
प्रदेश सरकार ने विशेष प्रावधान करके उस समय स्कूलों को मान्यता दी थी। चौंकाने वाली बात है कि कई स्कूलों को सिर्फ जमीन के आधार पर मान्यता बांट दी गई। इसी का नतीजा है कि वर्तमान में सैकड़ों स्कूल मान्यता के मानक पूरे न कर पाने के बाद भी खुलेआम संचालित किए जा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें न तो बच्चों के बैठने की जगह है न ही पढ़ाने के लिए शिक्षक। इन स्कूलों के नाम पर नकल माफिया अपने पैर पसार रहा है।
इन मान्यताओं का हो रहा है सौदा
कई स्कूलों की मान्यता की खरीद फरोख्त का धंधा भी खूब चल रहा है। हाल में जिला विद्यालय निरीक्षक ने आलमबाग के स्टर्लिंग पब्लिक स्कूल में यह खेल पकड़ा है। इस स्कूल का संचालन आलमबाग के हिंदनगर में किए जाने की मान्यता दी गई थी। सालों पहले इसी मान्यता को बेंचा गया। अब फर्जी तरीके से इस स्कूल के नाम पर बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठाया जा रहा है।
सिटी मॉर्डन अकेडमी की मान्यता भी बेंच गई
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने में सिटी मॉर्डन एकेडमी का भी नाम सामने आया है। एसटीएफ ने इस स्कूल के मुकेश पटेल के खिलाफ एफआईआर कराई है। जानकारों की मानें तो, इस स्कूल की मान्यता की भी खरीद फरोख्त की गई। इसकी का नतीजा है कि यहां फर्जीवाड़े हो रहे हैं।