सौरभ शेखर श्रीवास्तव की स्पेशल रिपोर्ट : पटना के ज्ञान भवन में नवनियोजित डाटा इंट्री ऑपरेटरों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौके पर कार्यशाला को संबोधित करते हुए राजस्व व भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय ने कहा कि कोई भी कर्मी ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए अपने इलाके के जन-प्रतिनिधियों से पैरवी नहीं कराएं।
बेहतर काम करनेवाले कर्मियों को विभाग खुद ही मनचाही पोस्टिंग देगा। अच्छे काम करने वाले डाटा इंट्री ऑपरेटरों को भी अधिक जिम्मेदारी देने पर विभाग विचार कर रहा है। संविदा कर्मियों या स्थाई सबकी उन्नति का मूल मंत्र काम ही है।
मंत्री रामसूरत राय ने आगे कहा कि अधिकारियों को नवनियोजित डाटा इंट्री ऑपरेटरों में 11 बेहतर कर्मियों का चयन करने और उन्हें पेन ड्राइव और पार्कर का पेन उपहार के तौर पर देने का निर्देश दिया।
विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक कारणों से बिहार मे भूमि संबंधी दस्तावेजों की हालत ठीक नहीं है। अगर भूमि विवादों को खत्म कर दिया जाए तो 70 प्रतिशत से अधिक अपराधिक घटनाएं कम हो जाएंगी।
2017 से इस संबंध में लगातार काम हो रहा है। डिजिटाइजेशन का काफी काम हो चुका है, उसमें सुधार का काम भी जारी है, परिमार्जन जैसे पोर्टल के जरिए डिजिटल डाटा में सुधार किया जा रहा है। इसके साथ ही उस डाटा को डिलिवर करने का काम भी किया जाना है। डाटा इंट्री ऑपरेटरों को इसी काम में लगाया जा रहा है।
परिमार्जन के जरिए पंजी-2 की इंट्री में की गई गलत इंट्री को सुधारा जाना है जबकि आधुनिक अभिलेखागार के जरिए डिजिटल डाटा को आम लोगों का उपलब्ध कराया जाना है। आज के दौर में ई-ऑफिस का कॉन्सेप्ट है। इसलिए पहले के उलट डाटा इंट्री ऑपरेटरों को निर्णय लेने का अधिकार भी दिया गया है।
कार्यक्रम में दिन 534 डाटा इंट्री ऑपरेटरों में से 492 डाटा ने भाग लिया। इन सभी डाटा इंट्री ऑपरेटरों का चयन बेल्ट्रॉन द्वारा किया गया है।