दरभंगा (कुलदीप झा) : जिले में जारी बाल तस्करी के मामले को संज्ञान लेते हुए बाल तस्करी के रोकथाम व बेसहारा और मुसीबत में फंसे बच्चों के मदद के लिए नारायणी सेवा संस्थान तथा रेलवे चिल्ड्रेन इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को दरभंगा रेलवे स्टेशन परिसर में बाल सहायता बूथ का शुभारंभ किया गया। नारायणी सेवा संस्थान की काउंसलर भावना मिश्रा ने बताया कि भूले- भटके बच्चों, घर से भागे बच्चों और तस्करी के रूप में ले जा रहें बच्चें को अपने संरक्षण में लेकर उसे बाल गृह में भेज देना बाल सहायता बूथ खोलने का मूल उद्देश्य है। नारायणी सेवा संस्थान की एनएफटी रेणु वर्मा ने विस्तारपूर्वक बताया कि जब कोई बच्चा अकेला या बीमार हो और उसे आश्रय की जरूरत हो, बच्चे को छोड़ दिया गया हो या वह गुम हो गया हो,बच्चों का शारीरिक या मानसिक शोषण हो रहा हो ,खोया हुआ बच्चा किसी को मिले, किसी बच्चे के अधिकार का हनन हो रहा हो, बच्चे को भावनात्मक सहारे और मार्गदर्शन की आवश्यकता हो तो ऐसे बच्चों के लिए यह सेवा उपलब्ध है। नारायणी सेवा संस्थान का ओपेन सेंटर भी लक्ष्मीसागर में चलाया जा रहा है।
बता दें कि बाल तस्करी के मामले में दरभंगा जिला अति संवेदनशील है। बाल तस्करी में शामिल लोगों द्वारा रेल का अधिकतम प्रयोग होता है। इसे ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने पूर्व में कई महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बाल सहायता बूथ की स्थापना की है। रेलवे स्टेशन में हेल्प बूथ की आवश्यकता निरंतर महसूस की जा रही थी। इसी के मद्देनजर दरभंगा स्टेशन पर भी बाल सहायता बूथ स्थापित की गई। पिछले दिनों दरभंगा में बाल तस्करी के कई मामले सामने आए हैं। इस तरह के बूथ खुलने से दरभंगा स्टेशन से जा रहे बच्चों की तस्करी , बाल श्रम जैसे गैर कानूनी कामों पर शिकंजा कसा जा सकता है।