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बिहार :: ट्रेन का ठहराव नहीं जा रही जान रेल मंत्री नहीं दे रहे ध्यान

लखीसराय ( रजनीश कुमार)—- बिहार के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में पूर्व मध्य रेल के हाजीपुर जोन का दानापुर डिवीजन में पड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन किउल जंक्शन ज्यादातर दुर्घटनाओं में छाया रहता है ताजा वाक्या किऊल स्टेशन पर 27 मार्च को हावड़ा पोस्टेड आरपीएफ इंस्पेक्टर अमजद अली नॉन स्टॉपेज ट्रेन पटना हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस को चलती गाड़ी में पकड़ने के दौरान ट्रेन के नीचे आने से पैर कट गया किऊल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में ही पटना रेफर कर दिया.इसी तरह 28 मार्च को बक्सर निवासी बिहार पुलिस के एक हवलदार भरत प्रसाद की मौत ट्रेन से गिरकर लखीसराय स्टेशन पर हुई. मंगलवार को बड़हिया स्टेशन पर एक महिला की मौत ट्रेन से गिरने पर हुई तो इधर किऊल रेल थाना अध्यक्ष अशोक कुमार के अनुसार पटना झाझा मेमू ट्रेन को किऊल में रुकते ही एक 65 वर्षीय महिला पानी पीने के लिए चली गई इसी दौरान ट्रेन खुल गई और चलती ट्रेन पकड़ने में उसकी मौत हो गई मृत महिला की पहचान जमुई जिले के गिद्धौर के कुंवरडी विनय कुमार मिश्रा की पत्नी बिंदू देवी में हुई. इन सब घटनाओं के लिए किऊल स्टेशन पर विभिन्न विभिन्न कारण है एक तो 14 गाड़ियों का ठहराव किऊल स्टेशन पर नहीं है जिसके कारण चलती ट्रेन पकड़ने या उतरने में दुर्घटना हो रही है रेलवे इस पर ध्यान नहीं दे रहा है चारों दिशाओं का जंक्शन होने पर भी ट्रेनों का ठहराव ना होना रेलवे विभाग की ध्यान ना देने जैसा है यह गाड़िया इस प्रकार है.पटना हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस, उदयपुर सिटी कोलकाता अन्नया एक्सप्रेस, रक्सौल हैदराबाद एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर हावड़ा जनसाधारण एक्सप्रेस, सियालदा जयनगर गंगासागर एक्सप्रेस, दरभंगा हावड़ा एक्सप्रेस, कोलकाता दरभंगा एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर कोलकाता तिरहुत एक्सप्रेस, सीतामढ़ी कोलकाता मिथिलांचल एक्सप्रेस, हावड़ा गोरखपुर एक्सप्रेस, कोलकाता गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस, हावड़ा नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, कोलकाता गोरखपुर एक्सप्रेस, शालीमार पटना दुरंतो एक्सप्रेस ये सभी गाड़ियों का ठहराव झाझा स्टेशन पर है पर किऊल में नहीं झाझा स्टेशन से ज्यादा महत्वपूर्ण किउल स्टेशन है तब पर भी इन गाड़ियों का ठहराव ना होना रेलवे विभाग की ध्यान ना देने जैसा है. प्लेटफार्म की लंबाई और ऊचाई स्टेशन का मुख्य कारण है जिसे कारण ट्रेन की बोगिया प्लेटफार्म से बाहर रहती है और यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के दौरान दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है बरौनी भागलपुर गया हावड़ा पटना का जंक्शन होने के बाद भी ट्रेनों के ठहराव में समय अधिक ना होने से दुर्घटना होती रहती है यहां ज्यादातर गाड़ियां 2 मिनट ही रुकती है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार किऊल स्टेशन का आधुनिकीकरण का कार्य चल रहा है प्लेटफार्म लंबाई ऊंचाई विस्तारीकरण मॉडल स्टेशन बनाने का कार्य रेलवे तेजी से कर रहा है. रहा बात ट्रेनों के ठहराव का तो इस पर हाजीपुर जोन मुख्यालय ही कुछ कर सकता है रेलवे यात्रियों के अनुसार सभी गाड़ियों का ठहराव किऊल में रेलवे को देना चाहिए .मुंगेर सांसद वीना देवी को इस गंभीर विषय पर ध्यान देना चाहिए और रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलकर किऊल में सभी ट्रेनों के ठहराव के साथ किऊल स्टेशन के अन्य विषय पर चर्चा करनी चाहिए.

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