डेस्क : रेलवे ने अपने सभी जोनों में रखरखाव का प्रमुख कार्य रविवार को करने का निर्णय लिया है. ऐसे में सप्ताह के आखिरी में ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी हो सकती है. हालांकि, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि खाने के समय के दौरान अगर ट्रेन चलने में देरी होती है तो आरक्षित टिकटों वाले यात्रियों को मुफ्त में खाना और पानी दिया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय रेल के अगस्त 15 तक टाइमटेबल पर काम करने के बाद रखरखाव का काम एक बार फिर शुरू किया जाएगा. टाइमटेबल पर काम करने के दौरान यह पहचान की जाएगी कि कौन सी ट्रेन प्रभावित हो सकती है. गोयल ने यहां पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सभी जोनों से कार्यों का संयोजन किया जाएगा और रखरखाव का अधिकतम काम रविवार को करने का प्रयास किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘हम यात्रियों की सहभागिता , यात्रियों में जागरूकता पैदा करने, उन्हें पहले से सूचना देने की दिशा में काम करेंगे. ट्रेनें जब कभी खाने के समय देर से चलेंगी जो हम यात्रियों को मुफ्त में खाना और पानी मुहैया कराएंगे.’ उन्होंने बताया कि रखरखाव का छोटा-मोटा और सुरक्षा संबंधी कार्य पूरे सप्ताह किए जाएंगे जबकि बड़ा काम रविवार को किया जाएगा जो छह से सात घंटों का होगा.
गोयल ने बताया कि यह निर्णय लिया गया है कि सभी जोनल रेलवे की समय-सारणी को इस तरह से संशोधित किया जाएगा कि रखरखाव का कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा सके. उन्होंने कहा कि यात्रियों को देरी के बारे में एसएमएस के जरिए सूचना दी जाएगी और समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया जाएगा.
रेलवे जीपीएस भी लगाएगा जिससे ट्रेनों के परिचालन संबंधी जानकारी मिल सकेगी और इसे रेलवे की वेबसाइट पर भी डाला जाएगा. मंत्री ने कहा, ‘यात्री अपने ट्रेन का नंबर टाइप करेंगे और उन्हें पता चल जाएगा कि ट्रेन कहां है.’ रेल मंत्रालय की कोच कारखानों में उत्पादन बढ़ाने की भी योजना है ताकि अतिरिक्त रैक और अतिरिक्त डिब्बे मुहैया हो सकें.
गौरतलब है कि उन्होंने 15 जून को रेलवे के सात जोनों के साथ समीक्षा बैठक की थी. उन्होंने कहा कि मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों के समय से चलने का औसत 16 जून को बढ़ कर 85 प्रतिशत हो गयी जो पहले 70 प्रतिशत था.