सचिवालय के फर्जी कार पास मामले में एसओ करन सिंह निलंबित
राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
लखनऊ। स्कैन कर फर्जी कार पास लगाकर सचिवालय परिसर में कार ले जाने वाले आवास विभाग के अनुभाग अधिकारी करन सिंह को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश गुप्ता ने बताया है कि इनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
बीते सोमवार को करन सिंह को सचिवालय सुरक्षा कर्मियों ने बापू भवन के गेट पर रोका था। जांच में इनके कार पर लगी पास फर्जी पाई गई थी। दरअसल इन्होंने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के निजी सचिव गिरिजेश श्रीवास्तव के नाम से जारी कार पास को स्कैन करके अपनी कार पर लगा रखा था। सचिवालय सुरक्षा के अधिकारियों की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई थी कि यह पास राजस्व विभाग के अनुभाग अधिकारी संजय कुमार दुबे के नाम से जारी है।
मंगलवार को श्री दुबे ने यह आपत्ति की थी कि पास उनका नहीं है। जिसके बाद फिर से जांच की गई तो पता चला कि रजिस्टर में यह पास सीएम के प्रमुख सचिव के निजी सचिव गिरिजेश श्रीवास्तव के नाम पर दर्ज है जबकि कंप्यूटर में संजय कुमार दुबे का नाम है। श्री दुबे की शिकायत सही पाए जाने पर पास आफिस ने कंप्यूटर पर भी पास क्रमांक 348-ई पर गिरिजेश का नाम दर्ज किया था।
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2019 से सचिवालय से जारी होगा चिप या बार कोड लगा पास
सचिवालय में फर्जी पास से कार ले जाने की घटनाओं को रोकने की रणनीति बनाने में सचिवालय प्रशासन विभाग जुट गया है। अपर मुख्य सचिव महेश गुप्ता का कहना है कि कार पास क्लोनिंग की किसी भी आशंका को पूरी तरह खारिज करने वाली व्यवस्था 2019 से लागू की जाएगी। जो कार पास जारी किए जाएंगे उनमें चिप या बार कोड लगाने पर विचार किया जा रहा है। ऐसा होने पर फर्जी कार पास लगाकर जैसे ही कोई वाहन प्रवेश कराने की कोशिश करेगा स्कैनर या सेंसर तत्काल इसकी सूचना सुरक्षा अधिकारियों को अलर्ट कर देगा। श्री गुप्ता ने बताया है कि सचिवालय सुरक्षा कर्मियों को जांच कड़ाई से करने का निर्देश दिया गया है।
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