डेस्क : बॉलीवुड अभिनेता व पटना साहिब से भाजपा सांसद रहे शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला की उपस्थिति में शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गये.
इस मौके पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि आज भाजपा के स्थापना दिवस पर भारी दिल और अपार पीड़ा के साथ आखिरकार मैं अपनी पुरानी पार्टी से विदा ले रहा हूं. उन्होंने कहा कि मुझे भारत रत्न नानाजी देशमुख ने दिवंगत और महान प्रधानमंत्री अटल बिहारी के सुपुर्द किया था. उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद के साथ भाजपा में आया था. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र को तानाशाही में तब्दील होते हुए देखा. मार्गदर्शकों को दरकिनार करते हुए उन्हें साइड कर दिया गया.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को बताया भाजपा नेता, फिर दी सफाई
शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार के कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को भाजपा का नेता बता दिया. हालांकि, मौजूद पत्रकारों ने तुरंत सिन्हा को टोका. इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि आज भाजपा का स्थापना दिवस है. भाजपा बोलने की आदत धीरे-धीरे चली जायेगी. ऐसा कहना मेरी मंशा नहीं थी. आप लोग समझदार हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने वर्ष 1984 में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली भाजपा का दामन थामते हुए राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. पार्टी ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया. वह वर्ष 1996 और 2002 में राज्यसभा सांसद चुने गये. 2003-2004 में कैबिनेट मंत्री भी बने. इसके बाद वर्ष 2009 और 2014 में बिहार की पटना साहिब सीट से सांसद चुने गये.
भाजपा में रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और मोदी सरकार की लगातार आलोचना किये जाने की वजह से पार्टी ने उन्हें इस बार पटना साहिब से प्रत्याशी नहीं बनाते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया. इसके बाद भाजपा से बागी हो चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस में शामिल होने की कोशिश करने लगे. पार्टी में शामिल होने के पहले ही उन्हें कांग्रेस की ओर से जारी स्टार प्रचारकों की सूची में जगह दे दी गयी.